सार
लक्ष्मण ने साल 2001 में 281 रनों की पारी खेली थी, जिसकी बदौलत भारत ने फॉलोऑन के बावजूद ऑस्ट्रलिया को पटखनी दी थी। अपनी बायोग्राफी में लक्ष्मण ने इस बात का खुलासा किया है कि वो इस पारी से पहले फिट नहीं थे।
नई दिल्ली. भारतीय टीम के कलात्मक बल्लेबाज रहे वीवीएस लक्ष्मण 1 नवंबर को 45 साल के हो रहे हैं। लक्ष्मण ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका बल्ला जमकर बोलता था। लक्ष्मण की 281 रनों की ऐतिहासिक पारी आज भी सभी को याद है, जब भारत ने फॉलोऑन बचाते हुए ऑस्ट्रलिया को पटखनी दी थी। हम लक्ष्मण की इसी खास पारी से जुड़े कुछ राज आपको बता रहे हैं।
लक्ष्मण ने साल 2001 में 281 रनों की पारी खेली थी, जिसकी बदौलत भारत ने फॉलोऑन के बावजूद ऑस्ट्रलिया को पटखनी दी थी। अपनी बायोग्राफी में लक्ष्मण ने इस बात का खुलासा किया है कि वो इस पारी से पहले फिट नहीं थे।
क्या है लक्ष्मण की बायोपिक में
अपनी बायोपिक "281 एंड बियोंड" में लक्ष्मण ने लिखा है कि वह कोलकाता मैच के लिए अनफिट थे। उन्होंने लिखा हे कि हम जिस स्थिति में थे, उसके मुताबिक 281 रन की पारी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। साथ ही मैं मैच के लिए पूरी तरह फिट नहीं था। जब मैं फिजियो के पास गया तो पूर्व क्रिकेटर हेमांग बदानी भी वहां पर थे। उनकी वजह से ही मैं टेस्ट खेलने में सक्षम हो पाया। इस मैच में राहुल द्रविड़ ने भी 180 रन की अहम पारी खेली थी। द्रविड़ और लक्ष्मण ने 376 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी कर भारतीय टीम पर मंडरा रहे हार के संकट को दूर किया था। लक्ष्मण ने 376 रनों की साझेदारी को याद करते हुए कहा कि द्रविड़ ने लगातार उन्हें प्रेरित किया था।
कभी नहीं खेले विश्वकप
टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी के मध्यक्रम का स्तंभ रहे लक्ष्मण कभी भी वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाए। लक्ष्मण को टेस्ट मैच का खिलाड़ी माना जाता था। इसी वजह से उनको वन- डे मैचों में ज्यादा मौके नहीं मिले थे। लक्ष्मण ने 134 टेस्ट खेलकर 8781 रन बनाए हैं, जबकि वनडे में उन्होंने 86 मैच खेलकर 2338 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 17 और वनडे में 6 शतक भी लगाए हैं, पर लक्ष्मण को कभी भी वर्ल्ड कप खेलने का मौका नहीं मिला। लक्ष्मण अपने वनडे करियर के पहले और आखिरी दोनों मैचों में 0 पर ही आउट हो गए थे।
रणजी के एक सीजन में बनाए थे सबसे ज्यादा रन
लक्ष्मण ने रणजी के 1999-2000 सीजन में सबसे ज्यादा 1415 रन बनाए थे। लक्ष्मण का यह रिकॉर्ड आज भी कायम है और कोई दूसरा बल्लेबाज इस मुकाम तक नहीं पहुंच सका है। लक्ष्मण के बाद इसी सीजन में मिलिंद कुमार ने 1331 रन बनाए हैं। लक्ष्मण के इस रिकॉर्ड को 20 साल पूरे हो चुके हैं, पर कोई भी बल्लेबाज इसके आस-पास भी नहीं पहुंचा है।
एक नवंबर, 1974 को हैदराबाद में जन्में लक्ष्मण इंडिया के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के भतीजे हैं। लक्ष्मण बचपन में पढ़ने में बहुत ही आगे थे और दसवीं में उनके साइंस सबजेक्ट में 98% मार्क्स आए थे। प्रोफेशनल क्रिकेटर बनने से पहले वे मेडिकल स्टूडेंट थे। लक्ष्मण ने करियर के पहले ही टेस्ट में फिफ्टी लगाई थी। 1996 में अहमदाबाद में खेले गए मुकाबले में लक्ष्मण ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली पारी में 11 और दूसरी पारी में 51 रन की पारी खेली थी। इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद लक्ष्मण कुछ समय के लिए वापस घरेलू क्रिकेट में भी गए थे। इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम में वापसी की और एक के बाद एक कई शानदार पारियां खेली। लक्ष्मण ने कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट जीआर शैलजा से शादी की है। वे 16 फरवरी, 2004 को इस रिश्ते में बंधे। लक्ष्मण के दो बच्चे हैं, बेटे का नाम सर्वजीत है और बेटी का नाम अचिंता है।