सार
सीरीज के आखिरी मैच में रोहित ने जिस तरह दीपक चाहर और शिवम दुबे से गेंदबाजी कराई थी, उसके बाद एक बार फिर रोहित को टीम इंडिया का कप्तान बनाने की चर्चा होने लगी है। सचिन से लकर गांगुली तक कई भरतीय दिग्गज पहले ही इस बात की वकालत कर चुके हैं।
नई दिल्ली. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में भारत के सबसे सफल कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कोहली सबसे ज्यादा पारी से जीत हासिल करने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। इससे पहले रोहित शर्मा ने T-20 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। इस सीरीज में रोहित की कप्तानी की खासी तारीफ हुई थी। खासकर सीरीज के आखिरी मैच में रोहित ने जिस तरह दीपक चाहर और शिवम दुबे से गेंदबाजी कराई थी, उसके बाद एक बार फिर रोहित को टीम इंडिया का कप्तान बनाने की चर्चा होने लगी है। सचिन से लकर गांगुली तक कई भरतीय दिग्गज पहले ही इस बात की वकालत कर चुके हैं। हम आपको ऐसे पांच दिग्गज खिलाड़ियों के बार में बता रहे हैं जो रोहित की कप्तानी का समर्थन करते हैं।
1. गौतम गंभीर
भारतीय टीम के सबसे बेहतरीन ओपनरों में से एक गौतम गंभीर का भी मानना है कि रोहित विराट कोहली से बेहतर कप्तान हैं। गंभीर का कहना है कि धोनी और रोहित जैसे खिलाड़ी ही कोहली की कप्तानी को प्रभावी बनाते हैं। गंभीर का यह कथन विराट की काबीलियत पर सवाल उठाने वाला लगता है, पर गंभीर का साफ कहना है कि उनकी समझ में रोहित कोहली से बेहतर कप्तान हैं। आपकी नेतृत्व क्षमता की परीक्षा तब होती है, जब आप IPL में अपनी टीम को लीट कर रहे होते हैं। इस समय आपके पास कोई दूसरा खिलाड़ी सपोर्ट के लिए नहीं होता। गंभीर का मानना है कि रोहित ने मुंबई और धोनी ने चेन्नई को किस मुकाण पर पहुंचाया है आप स्पष्ट रूप से देख सकते हैं।
2.वीवीएस लक्ष्मण
लक्ष्मण उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं, जिन्होंने कभी भी कप्तानी नहीं की पर उनके अंदर यह गुण बहुत खूब था। लक्ष्मण ने IPL में सनराईजर्स हैदराबाद के लिए बेहतरीन काम किया है, टीम बनाने से लेकर रणनीति बनाने तक लक्ष्मण हैदराबाद की सफलता की बड़ी वजह रहे हैं। लक्ष्मण का भी मानना है कि रोहित कोहली से बेहतर कप्तान हैं। लक्ष्मण ने वेस्टइंडीज के खिलाफ रोहित के शतक के बाद कहा था कि उन्हें रोहित की प्रो-एक्टिव कैपटैन्सी पसंद है। लक्ष्मण का कहना है "रोहित T-20 में सेमी रेगुलर कप्तान बनते जा रहे हैं। अक्सर कोहली को T-20 सीरीज में रेस्ट दे दिया जाता है और रोहित ही टीम की कप्तानी करते हैं। रोहित प्रो-एक्टिव होने के साथ नए तरीके अपनाने में भी नहीं हिचकते हैं, टेक्निक के साथ पावर का जो मिश्रण रोहित की बल्लेबाजी में दिखता है उसे कहीं और ढूंढ़ पाना मुश्किल है। "
3.सौरव गांगुली
BCCI के अध्यक्ष पद पर काबिज सौरव गांगुली भारत के सबसे महानतम कप्तानों में से एक हैं। सहवाग से लेकर सचिन तक हर किसी के करियर को नई उंचाइयों में पहुंचाने में गांगुली का बड़ा योगदान रहा है। गांगुली को भी रोहित से भारतीय कप्तान के रूप में खासी उम्मीदें हैं। 2016 में मुंबई की टीम प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना पाई थी, इसके बावजूद गांगुली ने रोहित को उस सीजन का सबसे बेहतरीन कप्तान बताया था। मौजूदा समय में गांगुली हर फॉर्मेट के लिए अलग कप्तान का समर्थन नहीं करते हैं, पर गांगुली भी रोहित की कप्तानी के मुरूद रहे हैं। गांगुली ने यह भी समझाया है कि कैसे रोहित बाकि क्रिकेटरों की तुलना में ज्यादा शांत और स्थिर रहते हैं। हालांकि यह क्वालिटी किसी को भी अच्छा या बुरा खिलड़ी नहीं बनाती पर कप्तानी में ऐसी चीजें बड़ी प्रभाव डालती हैं।
4.सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर किसी भी परिचय के मोहताज नहीं हैं। सचिन ने एक क्रिकेटर के रूप में अगर कोई काम सर्वश्रेष्ठ तरीके से नहीं किया है तो वह है कप्तानी, पर सचिन को भी रोहित में एक बेहतरीन कप्तान नजर आता है। रोहित और सचिन ने मुंबई इंडियंस के लिए लंबे समय तक साथ क्रिकेट खेला है। IPL में रोहित की कप्तानी में चौथा खिताब जीतने के बाद मुंबई इंडियंस के मेंटॉर ने रोहित की कप्तानी की जमकर तारीफ की थी और भारतीय कप्तान के रूप में उनका समर्थन किया था। सचिन का कहना है कि रोहित ने जहां से कप्तानी शुरू की थी एब उससे कहीं बैहतर कप्तान बन चुके हैं। रोहित मैदान पर बिल्कुल सख्त रहते हैं और उनके बॉलिंग चेंजेस भी हमेशा ही लादवाब रहते हैं।
5. युवराज सिंह
युवराज सिंह का मानना है कि टीम इंडिया को हर फॉर्मेट में अलग कप्तान रखना चाहिए। युवराज का यह मत आज के दौर में बहुत ही उपयोगी लगता है और क्रिकेटरों के ऊपर से वर्कलोड कम करने के लिए यह बेस्ट तरीका होगा। युवराज और रोहित ने 2019 का IPL मुंबई के लिए साथ में खेला था। युवराज रोहित को बहुत ही बेहतर कप्तान मानते हैं और उनका कहना है कि रोहित को T-20 या वन डे टीम का नियमित कप्तान बनाया जाना चाहिए। युवराज के अनुसार पहले सिर्फ वनडे और टेस्ट ही खेले जाते थे। उस समय सिर्फ अक कप्तान का होना सही था, पर आज के दौर में T-20 भी है और विराट का वर्कलोड मैनेज करने के लिए रोहित को T-20 का कप्तान बनाया जाना चाहिए।