सार
भारतीय टीम के खिलाड़ी रिषभ पंत अब खतरे से बाहर हैं लेकिन वे डॉक्टर्स की निगरानी में हैं। देश भर में क्रिकेट फैंस उनकी जान की सलामती की दुआ कर रहे हैं। आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि कैसे हरियाणा रोडवेज के बस ड्राइवर ने पंत की जान बचाई।
How Bus Driver Saved Rishabh Pant. रिषभ पंत का हाई स्पीड कार जिस वक्त डिवाइडर से टकराई, उसे देखकर कोई नहीं कह सकता था कि इसमें बैठे इंसान की जान बच जाएगी। लेकिन उसी वक्त हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर सुशील कुमार किसी देवदूत की तरह पंत की कार के पास पहुंचे और गाड़ी में आग लगने से पहले ही उन्हें कार से बाहर निकाल लिया। यह किसी चमत्कार से कम नहीं है क्योंकि जिस तरह से उनकी कार का एक्सिडेंट हुआ, उसमें जान बचना बेहद मुश्किल था। लेकिन सुशील कुमार ने पंत की जान बचा ली और अब वे उनसे मिलने भी जाने वाले हैं।
कैसे सुशील ने बचाई जान
भारत के विकेट कीपर बल्लेबाज रिषभ पंत मन ही मन उस बस ड्राइवर को दुआएं दे रहे होंगे जो मानों भगवान की तरफ से उन्हें बचाने के लिए मौके पर पहुंचे थे। बस ड्राइवर सुशील के अनुसार वह कोहरे से लिपटी सुबह थी और दिल्ली-देहरादूस हाईवे पर नरसन बॉर्डर के पास मोहम्मदपुर झाल इलाके में एक हाई स्पीड कार अचानक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। उसी वक्त सुशील अपनी बस लेकर वहां से गुजर रहे थे और उन्होंने अनियंत्रित हो रही कार को देख लिया। सुशील जोर से चिल्लाए- परमजीत हाथ दे जल्दी और गाड़ी लगवा। बस को साइड में खड़ा करते ही ड्राइवर और कंडक्टर तेजी से कार के पहुंचे।
एक्सिडेंट के बाद कार में लगी आग
जब कार का एक्सिडेंट हुआ तो खून से लथपथ रिषभ पंत किसी तरह से कार से बाहर निकले और उसी वक्त कार में भयंकर आग लग गई। बस ड्राइवर सुशील ने कहा कि इसको जल्दी उठवा, गाड़ी में आग लग रही है। तब बस में बैठे पैसेंजर भी डर गए क्योंकि बस वहीं पार्क की गई थी, जहां पंत की कार में आग लग गई। ड्राइवर ने पंत से पूछा कि आप ठीक हैं। गाड़ी में और कोई तो नहीं है। लेकिन पंत अपनी मां को सरप्राइज देने के लिए अकेले ही कार ड्राइव करके घर जा रहे थे। पंत ने किसी तरह से अपनी फोन की तरफ इशारा किया और सुशील से कहा कि मेरी मम्मी को फोन मिला दो। तब ड्राइवर ने पंत का फोन ढूंढा और मम्मी को लगाया लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ था। ड्राइवर सुशीन ने कहा कि वे इंसानियत के नाते उन्हें बचाने पहुंचे थे। तब पंत की मम्मी का फोन नहीं लगा तो तुरंत उन्होंने एंबुलेंस और पुलिस को इंफॉर्म किया।
पैसेंजर ने की पंत की पहचान
जब पंत को वहां से निकाला गया तो बस में बैठे एक पैसेंजर ने कहा कि ये तो क्रिकेटर रिषभ पंत है। ड्राइवर ने कहा कि वे क्रिकेट के फैन नहीं हैं लेकिन सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी को जानते हैं। लेकिन मैं उस वक्त कुछ नहीं सोच रहा था सिर्फ उनकी जान बचाने के बारे में सोच रहा था। सुशील ने कहा कि उस समय कुछ पैसे भी रोड पर बिखरे थे और मैंने उसे उठाकर पंत की जेब में डाल दिया। फिलहाल पंत देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में शिफ्ट किए गए हैं और स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम उनकी देखभाल कर रही है।
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