सार

अक्टूबर-नवंबर में होने वाले T-20 विश्व कप को देखते हुए भारत टीम संयोजन में प्रयोग करता आ रहा है लेकिन इन खिलाड़ियों का इम्तिहान लेना बाकी है। वहीं दूसरी ओर सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति ने शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी के लिये प्रभाव छोड़ने का मौका बना हुआ है

पुणे. श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम T-20 से पहले भारतीय टीम के सामने यह दुविधा बनी होगी कि वह जीत हासिल करने वाले संयोजन के साथ बरकरार रहे या फिर संजू सैमसन और मनीष पांडे को क्रीज पर जरूरी समय मुहैया कराये। इंदौर में अनुभवहीन श्रीलंकाई टीम कहीं भी भारत को टक्कर देती नहीं दिखी और इसे देखते हुए पांडे और सैमसन को टीम में शामिल किया जा सकता है। पांडे ने मौजूदा श्रृंखला सहित पिछली तीन सीरीज में महज एक मैच खेला है। वहीं नवंबर में बांग्लादेश श्रृंखला में वापसी करने वाले सैमसन को अभी तक एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला है।

अक्टूबर-नवंबर में होने वाले T-20 विश्व कप को देखते हुए भारत टीम संयोजन में प्रयोग करता आ रहा है लेकिन इन खिलाड़ियों का इम्तिहान लेना बाकी है। वहीं दूसरी ओर सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति ने शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी के लिये प्रभाव छोड़ने का मौका बना हुआ है और उन्होंने पिछले मैच में मिलकर पांच विकेट झटककर प्रभावित भी किया।

टीम मैनेजमेंट के सामने होगी चुनौती 
वाशिंगटन सुंदर और चोटिल हार्दिक पंड्या की जगह उतारे गये शिवम दुबे को अपनी काबिलियत दिखाने के काफी मौके मिले। इंदौर में जीत हासिल करने के बाद कप्तान विराट कोहली ने बताया कि टीम हर मैच के साथ बेहतर होती जा रही है। उन्होंने ऐसा भी संकेत दिया कि प्रसिद्ध कृष्णा आस्ट्रेलिया में होने वाले विश्व कप के लिये ‘सरप्राइज पैकेज’ हो सकते हैं। सैमसन और पांडे बेंच पर रहने से थोड़े निराश होंगे लेकिन शुक्रवार को उन्हें मौका दिया जा सकता है। हालांकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि टीम प्रबंधन श्रृंखला जीतने के इरादे से ही अंतिम एकादश का चयन करेगा।

धवन और शिवम दुबे पर होंगी निगाहें 
ध्यान शिखर धवन पर भी लगा होगा जो लोकेश राहुल के साथ दूसरे सलामी बल्लेबाजी के स्थान की दौड़ में हैं। हालांकि इस समय राहुल आस्ट्रेलिया में रोहित शर्मा के जोड़ीदार की दौड़ में उनसे आगे दिखते हैं। जसप्रीत बुमराह हालांकि मंगलवार को वापसी मैच में अच्छा नहीं कर सके लेकिन वह अंतिम मैच में शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे। पंड्या के एक्शन में वापसी के बाद अगर दुबे टीम में अपना स्थान कायम रखना है तो बल्लेबाजी का मौका मिलने पर उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा।

इंदौर में ठाकुर और सैनी ने प्रभावित किया। ठाकुर डेथ ओवरों में अच्छे थे तो सैनी ने अपनी रफ्तार और उछाल से बल्लेबाजों को परेशान किया। श्रीलंकाई टीम में काफी बायें हाथ के बल्लेबाज हैं तो स्पिनर कुलदीप यादव और वाशिंगटन सुंदर के टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है जिसका मतलब है कि रविंद्र जडेजा और युजवेंद्र चहल को बाहर बैठना होगा।

16 महीने बाद वापसी कर सकते हैं मैथ्यूज 
वहीं श्रीलंकाई टीम को अगर घरेलू टीम को परेशानी में डालना है तो उन्हें काफी काम करना होगा। बल्लेबाजों को अच्छी शुरूआत हासिल करने के बाद लंबी पारी खेलनी होगी जो दूसरे T-20 में ऐसा नहीं कर सके। आल राउंडर इसुरू उडाना का चोटिल होना भी टीम के लिये करारा झटका है जो इंदौर में अभ्यास के दौरान चोटिल हो गये थे। इससे उनके मुख्य गेंदबाज ने इंदौर में गेंदबाजी नहीं की। श्रीलंकाई टीम हालांकि बल्लेबाजी विभाग में अनुभव का फायदा उठा सकती है। 16 महीने बाद T-20 में वापसी करने वाले एंजेलो मैथ्यूज को लगातार दो मैचों में नहीं चुना गया। लेकिन वह शुक्रवार को अंतिम एकादश में हो सकते हैं।

टीमें इस प्रकार हैं :

भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, संजू सैमसन, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी और वाशिंगटन सुंदर।

श्रीलंका: लसिथ मलिंगा (कप्तान), धनुष्का गुणतिलक, अविष्का फर्नांडो, एंजेलो मैथ्यूज, दासुन शनाका, कुसल परेरा, निरोशन डिकवेला, धनंजय डि सिल्वा, इसुरु उडाना, भानुका राजपक्षे, ओशदा फर्नांडो, वानिंदु हसरंगा, लाहिरु कुमारा, कुसल मेंडिस, लक्षण संदाकन और कसुन राजिता।

मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजे शुरू होगा।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)