सार
कोहली और सचिन तेंदुलकर को आपने कई बार शतक लगाकर मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतते देखा होगा, पर बिना कोई रन बनाए और विकेट लिए मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतते हुए आपने शायद ही किसी को देखा हो।
नई दिल्ली. कोहली और सचिन तेंदुलकर को आपने कई बार शतक लगाकर मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतते देखा होगा, पर बिना कोई रन बनाए और विकेट लिए मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतते हुए आपने शायद ही किसी को देखा हो। क्रिकेट में आमतौर पर ऐसे मौके कम ही आते हैं, जब कोई खिुलाड़ी ना तो हाथ में बल्ला उठाए और ना ही कोई विकेट ले और मैन ऑफ द मैच बन जाए, पर आज के ही दिन वेस्टइंडडीज के गस लोगी ने यह कारानामा किया था।
गस लोगी ने पाकिस्तान के खिलाफ ना तो बल्लेबाजी की थी और ना ही गेंदबाजी फिर भी मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीत लिया था। लोगी ने इस मैच में 3 कैच लिए थे और 2 रन आउट भी किए थे। उनकी इस शानदार फील्डिंग के कारण वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को सिर्फ 143 रनों में समेट दिया था। लोगी ने यह कारनामा आज के ही दिन 1986 में किया था। लोगी क्रिकेट के इतिहास में अपनी फील्डिंग के लिए मैन ऑफ द मैच जीतने वाले पहले खिलाड़ी थे। उनके बाद भी कई खिलाड़ियों ने अपनी फील्डिंग के दम पर मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते हैं।
भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे भी अपनी फील्डिंग के दम पर मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीत चुके हैं। रहाणे से पहले साउथ अफ्रीका के शानदार फील्डर जॉन्टी रोड्स ने बिना मैच खेले ही मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीत लिया था। रोड्स उस मैच में बतौर सब्सटीट्यूट फील्डर मैदान में आए थे और उन्होंने मैच में 7 कैच पकड़े थे, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड भी मिला था।