सार
हरियाणा के कांग्रेस दिग्गजों के लिए अब दिल्ली में परीक्षा की बारी है। हुड्डा जब सांसद थे, तब अक्सर दिल्ली की ही राजनीति करते थे। उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा की सक्रियता भी दिल्ली में रही है। किरण चौधरी दिल्ली विधानसभा में उपाध्यक्ष रह चुकी हैं।
चंडीगढ़. दिल्ली में विधानसभा चुनाव घोषित हो गए हैं। फरवरी 8 को वोटिंग होनी है तो 11 को नतीजे आएंगे। वहीं आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस ने अपना प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया है। राजधानी में चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस नेताओं के लिए परीक्षा पास करने का दवाब है। हरियाणा में उम्मीद से अधिक विधानसभा सीटें जीतने के बाद अब कांग्रेस की दिल्ली विधानसभा चुनाव में परीक्षा की घड़ी है।
दिल्ली दरबार के बेहद करीब आने तथा खुद को साबित करने के लिए हरियाणा के कांग्रेसियों के लिए इससे बड़ा मौका कोई दूसरा नहीं है। दिल्ली चुनाव में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष कु. सैलजा, कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी, कांग्रेस मीडिया विभाग के इंचार्ज रणदीप सिंह सुरजेवाला, लालू यादव के समधी पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव और कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई की ड्यूटी लगेगी।
हरियाणा के कांग्रेसियों के हौसले बुलंद
हरियाणा में कांग्रेस ने इस बार 31 विधानसभा सीटें जीती हैं। इस जीत के बाद पार्टी को लगा कि यदि समय रहते अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया जाता और टिकटों का वितरण गुटों में बंटे नेताओं के चेहरे देखने के बजाय सही ढंग से होता तो सीटों का आंकड़ा बढ़ सकता था। इस जीत से पहले कांग्रेस को मात्र 10 से 15 सीटों पर ही जीत की उम्मीद थी, लेकिन 31 सीटों पर जीत के बाद हरियाणा के कांग्रेसियों के हौसले बुलंद है।
हरियाणा के कांग्रेस दिग्गजों के लिए अब दिल्ली में परीक्षा की बारी है। हुड्डा जब सांसद थे, तब अक्सर दिल्ली की ही राजनीति करते थे। उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा की सक्रियता भी दिल्ली में रही है। किरण चौधरी दिल्ली विधानसभा में उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। रणदीप सिंह सुरजेवाला राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में सक्रिय हैं।
दिल्ली में ये नेता रहेंगे एक्टिव
कु. सैलजा की गिनती सोनिया गांधी के नजदीकी नेताओं में होती है। राज्यसभा सदस्य के नाते उनकी ज्यादा गतिविधियों का केंद्र भी दिल्ली ही है। कुलदीप बिश्नोई कभी दिल्ली तो कभी गुरुग्राम रहते हैं। कैप्टन अजय यादव दिल्ली से सटे रेवाड़ी के रहने वाले हैं, इसलिए इन नेताओं की दिल्ली चुनाव में ड्यूटी कांग्रेस हाईकमान के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।