सार
शाहीन बाग में सीएए के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच प्रदर्शन में शामिल होने वाली महिला के 4 महीने के बच्चे की मौत हो गई, जिसपर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि शाहीन बाग में बच्चे की मौत हो गई और वो महिला कहती है कि मेरा बेटा शहीद हो गया।
नई दिल्ली. शाहीन बाग में सीएए के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच प्रदर्शन में शामिल होने वाली महिला के 4 महीने के बच्चे की मौत हो गई, जिसपर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि शाहीन बाग में बच्चे की मौत हो गई और वो महिला कहती है कि मेरा बेटा शहीद हो गया। ये सुसाइड बॉम्ब नहीं है तो और क्या है?
- गिरिराज सिहं ने ट्वीट किया, शाहीन बाग में एक महिला का बच्चा ठंड में मर जाता है और वो महिला कहती है कि मेरा बेटा शहीद हुआ है। ये सुसाइड बॉम्ब नहीं है तो क्या है। अगर भारत को बचाना है कि ये सुसाइड बॉम्ब खिलाफत आंदोलन-2 से देश को सजग करना होगा।
- एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, यह शाहीन बाग अब सिर्फ आंदोलन नही रह गया है ..यहां सुसाइड बॉम्बर का जत्था बनाया जा रहा है। देश की राजधानी में देश के खिलाफ साजिश हो रही है।
ठंड से हुई बच्चे की मौत
चार महीने के मोहम्मद जहां को उसकी मां रोज शाहीन बाग के प्रदर्शन में ले जाती थी। पिछले हफ्ते ठंड लगने के कारण उसकी मौत हो गई। लेकिन उसकी मां अब भी प्रदर्शन में हिस्सा लेने के फैसले पर अटल है, उनका कहना है, यह मेरे बच्चों के भविष्य के लिए है।
क्या है शाहीन बाग मुद्दा और नागरिकता संशोधन कानून?
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में शाहीन बाग में 50 दिन से कई लोग धरने पर बैठे हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन पर भाजपा का कहना है कि यह टुकड़े टुकड़े गैंग की साजिश है। पीएम मोदी ने एक रैली में कहा था यह संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग है।
- नागरिकता संशोधन विधेयक को 10 दिसंबर को लोकसभा ने पारित किया। इसके बाद राज्य सभा में 11 दिसंबर को पारित हुआ। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद 12 दिसंबर को यह विधेयक कानून बन गया। इस कानून के मुताबिक, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता दी जाएगी। नागरिकता के लिए संबंधित शख्स 6 साल पहले भारत आया हो। इन देशों के छह धर्म के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता मिलने का रास्ता खुला। ये 6 धर्म हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी हैं।
8 फरवरी को मतदान होना है
दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है। 11 फरवरी को सभी सीटों का परिणाम आएगा। साल 2000 के बाद दिल्ली में चार विधानसभा चुनाव हुए हैं। साल 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी 70 में से 67 सीटें जीतने में कामयाब रही।