सार
Gujarat Assembly Election 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह पार्टी केवल लटकाने, अटकाने और भटकाने में विश्वास करती है। उन्होंने युवाओं से कहा कि आज के बुजुर्गों से पूछिए कि उनकी कारस्तानियां।
गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच दूसरे चरण का चुनाव प्रचार अभियान शनिवार, 3 दिसंबर को शाम पांच बजे खत्म हो जाएगा। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस केवल अटकाने, लटकाने और भटकाने में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि देश में गरीब लोगों को लूटने वाले अब भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए उन्हें गाली दे रहे हैं। उनके लिए अपमानजनक और अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकारों में नर्मदा नदी के पानी को गुजरात के सूखे क्षेत्रों में लाने को लेकर कोई गंभीरता या दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। इसकी बड़ी वजह ये है कि यह पार्टी केवल उन्हीं कामों को करने में रूचि लेती है, जिसमें भ्रष्टाचार में लिप्त होने की गुंजाइश हो। बता दें कि इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल यानी गुरुवार को ऐतिहासिक रोड शो किया। करीब 50 किलोमीटर लंबा ऐसा रोड शो अब तक किसी भारतीय नेता की ओर से नहीं किया गया था। यह रोड शो गोधरा में नरोदा से होकर और करीब 50 किलोमीटर लंबी दूरी तय करते हुए गांधीनगर दक्षिण में खत्म हुआ। दावा किया जा रहा है कि इस रोड शो में 10 लाख लोग शामिल हुए।
सिर्फ बात करती थी.. पानी लाने के लिए कुछ नहीं किया
प्रधानमंत्री मोदी ने ये बातें उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले की कांकरेज गांव में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कही। बता दें कि उत्तर गुजरात के 6 जिलों की 32 सीटों पर वोटिंग 5 दिसंबर को है। इसके लिए चुनाव प्रचार अभियान 3 दिसंबर की शाम पांच बजे खत्म हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस केवल अटकाना, लटकाना और भटकाना जानती है। वह केवल इसी में विश्वास करती है। उन्होंने युवाओं से कहा कि इस क्षेत्र के बुजुर्ग आपको बताएंगे कि कैसे कांग्रेस सरकारें इस सूखे क्षेत्र में नर्मदा का पानी लाने की सिर्फ बातें किया करती थी। पानी लाने के मोर्चे पर उन्होंने कुछ नहीं किया।
वोटिंग के दौरान इस बात को मत भूलिएगा
यही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने सरदार सरोवर बांध के निर्माण को रोकने की कोशिश भी की। जब वह इसमें नाकाम हुई तो मुकदमों के जरिए प्रोजेक्ट में देरी करने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि क्या बनासकांठा के लोग उन लोगों को माफ कर सकते हैं, जिन्होंने यहां पानी आने से पहले रोकने का पाप किया। क्या कांग्रेस बनासकांठा को प्यासा रखने के लिए जिम्मेदार नहीं थी। क्या उन्हें सजा नहीं मिलनी चाहिए? मुझे उम्मीद है कि आप वोटिंग के दौरान इस बात को नहीं भूलेंगे।
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