सार
Gujarat Assembly Election 2022: परिसीमन की वजह से ऐसे गांव वाले इस बार प्रभावित हो रहे हैं कि वे जिस विधानसभा में रहते हैं, उसकी जगह दूसरी विधानसभा के अंतर्गत आने प्रत्याशियों को वोट देते हैं और इनमें से किसी एक को विधायक चुनते हैं।
गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में आंकड़ों और दूसरे महत्वपूर्ण फैक्ट्स पर नजर डालें तो कुछ ऐसी जानकारी सामने आती है, जिसे जानने के बाद आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि क्या ऐसा भी होता है। इन्हीं में से एक है उन 6 गांवों की सीमा, जिसमें रहने वालों की मुसीबत ये है कि वे रहते किसी और जिले में और वोट किसी और जिले के उम्मीदवार के लिए करते हैं। आइए जानते है इन 6 गांवों की गजब विडंबना-
- पाटन जिले में सांतलपुर तहसील में गांव है केसरगढ़। यहां के वोटर पाटन जिले के राधनपुर विधानसभा के प्रत्याशियों नहीं बल्कि, बनासाकांठा में वाव विधानसभा सीट पर खड़े उम्मीदवारों के लिए वोट करते हैं।
- सुरेंद्र नगर जिले में सायला तहसील है। यहां ओरी गांव के लोग सुरेंद्र नगर जिले की लीमडी विधानसभा सीट के लिए नहीं बल्कि, राजकोट जिले की जसदण विधानसभा सीट के लिए वोटिंग करते हैं।
- अमरेली जिले में बागसरा तहसील के अंतर्गत कडाया गांव आता है। यहां लोग अमरेली के धारी विधानसभा सीट के लिए वोट नहीं करते बल्कि, जूनागढ़ जिले की विसावदर विधानसभा सीट के लिए वोटिंग करते हैं।
- अमरेली जिले का ही एक और मामला है। यहां राजुला तहसील के अंतर्गत रामपुरा नंबर एक गांव आता है। इस गांव के लोग अमरेली के सावरकुंडला विधानसभा सीट के लिए वोट नहीं देते बल्कि, भावनगर जिले की महुआ विधानसभा के लिए वोटिंग करते हैं।
- नर्मदा जिले में नांदोड तहसील है। इसके अतंर्गत ढेफा गांव आता है। इस गांव के लोग नर्मदा जिले की नांदोड़ सीट के लिए वोटिंग नहीं करते बल्कि, वडोदरा जिले के संखेडा विधानसभा के लिए वोट देते हैं।
- दाहोद जिले के देवगढ़बारिया तहसील के अंतर्गत आने वाले गामडी गांव के लोगों का भी यही हाल है। वे दाहोद की देवगढ़ बारिया विधानसभा सीट के लिए वोट नहीं करते बल्कि, पंचमहल जिले की मोरवा हदफ विधानसभा सीट के लिए वोट देते हैं।
रहते अलग विधानसभा में और विधयाक चुनते दूसरी विधानसभा का
यही नहीं, अंजार तहसील के वरसाना गांव के लोग गांधीधाम सीट के लिए वोट करते हैं। पालनपुर तहसील में जोरापुर भाखर गांव के लोग धानेरा विधानसभा सीट के लिए वोटिंग करते हैं। तालोद तहसील के चारवटा गांव के लोग हिम्मतनगर विधानसभा सीट के लिए वोट डालते हैं। वाडिया तहसील के देवलकी गांव के लोग जैतपुर विधानसभा सीट के लिए मतदान करते हैं। लोधिका तहसील के उंडखिजडिया गांव के लोग टंकारा विधानसभा सीट के लिए वोटिंग करते हैं। मेंदरडा तहसील के लक्कडवेरी नेश गांव के लोग तलाला विधानसभा सीट के लिए वोट देते हैं। इसके अलावा, घोघा तहसील के लाकडिया गांव के लोग तलाजा विधानसभा सीट के लिए मतदान करते हैं। वडोदरा तहसील के तरसाली गांव के लोग मांजलपुर विधानसभा सीट के लिए वोटिंग करते हैं और करजन तहसील के उमज गांव के लोग पादरा विधानसभा सीट के लिए वोटिंग करते हैं।
दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 17 नवंबर को, वोटिंग 5 दिसंबर को
इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख थी। दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर होगी। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी हुआ था। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है।
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