सार
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। हिमाचल के कई जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम के बार तंबू लगाकर बैठे हैं और ईवीएम की रखवाली कर रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए ऐतराज किया है।
मंडी(Himachal Pradesh). हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। हिमाचल के कई जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम के बार तंबू लगाकर बैठे हैं और ईवीएम की रखवाली कर रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए ऐतराज किया है। सोमवार को चुनाव आयोग को भेजे गए पत्र में बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में जहां आठ दिसंबर को मतगणना होनी है वहां स्ट्रांग रूम में घुसने की कोशिश कर रही है। बीजेपी ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए कांग्रेस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग (EC) के पास शिकायत भी दर्ज कराई है।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर स्ट्रांग रूम के बाहर डेरा डालने का आरोप लगाया है, जिसमें ईवीएम रखी जाती हैं। पार्टी ने चुनाव आयोग से यह भी अनुरोध किया है कि चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने के लिए कांग्रेस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। अपने शिकायती पत्र में भाजपा की ओर से लिखा गया कि हमें विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवारों द्वारा सूचित किया गया है कि कांग्रेस पार्टी के लोग कुछ गड़बड़ी कर रहे है और पूरे राज्य में स्ट्रांग रूम में प्रवेश करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्ट्रांग रूम के बाहर तंबू गाड़ दिए हैं। जिसमें ईवीएम रखे हुए हैं, और इस संबंध में चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस ने भी दर्ज करवाई थी शिकायत
गौरतलब है कि इससे पहले 12 नवंबर को हिमाचल कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी कि ईवीएम को निजी वाहनों में ले जाया जा रहा है। हिमाचल के मुख्य चुनाव अधिकारी को की गई शिकायत में राज्य कांग्रेस के लीगल डिपार्टमेंट ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि ईवीएम मशीनों को अनाधिकृत निजी वाहनों में स्ट्रांग रूम में ले जाया गया था। कांग्रेस के लीगल सेल के कार्यकारी अध्यक्ष प्रणय प्रताप सिंह ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि प्रोटोकॉल के अनुसार, ऐसी मशीनों को स्ट्रांग रूम तक ले जाने के लिए किराए पर लिए गए वाहनों को चुनाव आयोग या रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा पहले से मांग की जाती है। लेकिन, मशीनों को एक निजी वाहन में स्थानांतरित किया गया था। उन्होंने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए मामले त्वरित कार्रवाई की मांग की थी।
स्ट्रांग रूम में होती है केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती
सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम में केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की जाती है। केंद्रीय बल स्ट्रांग रूम के अंदर और पुलिस के जवान स्ट्रांग रूम के बाहर की सुरक्षा देखते हैं। इसके अलावा मानवीय चूक की संभावनाओं को देखते हुए स्ट्रांग रूम की निगरानी सीसीटीवी कैमरा से भी की जाती है। स्ट्रांग रूम में कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता। अधिकारी भी केवल जरूरत पड़ने पर निश्चित प्रक्रिया के तहत ही स्ट्रांग रूम में प्रवेश कर सकते हैं।
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