सार
1988 में रोड पर वाहन टकराने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू का एक बुजुर्ग से विवाद हो गया था। इसमें गुरनाम सिंह नाम के व्क्यति की मौत हो गई थी। ्अब लगभग 30 साल पुराने एक रोड रेज मामले में दायर पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा।
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब सिद्धू से जुड़े लगभग 30 साल पुराने एक रोड रेज मामले में दायर पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा। बता दें कि रोडरेज केस में सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में फैसला सुरक्षित रख लिया था।
सिद्धू की कार से टकराने के बाद एक बुजुर्ग की हुई थी मौत
दरअसल, 1988 में रोड पर वाहन टकराने के बाद सिद्धू का एक बुजुर्ग से विवाद हो गया था। इसमें गुरनाम सिंह नाम के व्क्यति की मौत हो गई। मामले में सिद्धू को हाईकोर्ट से तीन साल की सजा सुनाई गई। इस वजह से सिद्धू को अमृतसर सीट से रिजाइन करना पड़ा। हाईकोर्ट से मिली सजा के खिलाफ सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। यहां उन्हें जुर्माना लगा कर 16 मई 2018 को बरी कर दिया।
कल सिद्धू की किस्मत का सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला
मृतक परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई थी। जिसे मंजूर करते हुए कोर्ट ने कल सुनवाई की तारीख निश्चित की है। कल सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस एकके कौल की बैंच सुनवाई करेगी। मृतक के परिजनों ने पिछली सुनवाई के दौरान सिद्धू द्वारा 2012 में एक चैनल को दिए इंटरव्यू को सबूत के तौर पर पेश किया था। इसमें सिद्धू ने स्वीकार किया था कि उनकी पिटाई से ही गुरनाम सिंह की मौत हुई थी।
सिद्धू ने इस मामले में झूठ बोला था...
वहीं पिछली सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने कहा कि सिद्धू ने यह झूठ कहा था कि वह उस समय घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। पंजाब सरकार ने जवाब दाखिल करते हुए सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि 30 वर्ष पुराने रोड रेज मामले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू को दोषी ठहराए जाने का फैसला सही है।
सिद्धू को एक बाद एक लग रहे झटके
पंजाब की राजनीति पर नजर रखने वालों का कहना है कि भले ही कांग्रेस की ओर से सीएम फेस की कोई घोषणा न की हो, लेकिन ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस चन्नी को ही आगे बढ़ा रही है। क्योंकि उनको उत्तराखंड में भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया गया है। लेकिन पार्टी ने पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को एक और तगड़ा झटका दिया। क्योंकि सिद्धू को को इस लिस्ट से बाहर रखा गया है। यह जब हो रहा है तब सिद्धू इस वक्त मां वैष्णो माता के दरबार में हैं।
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