सार

भोजपुरी फिल्मों के दिग्गज अभिनेता विजय खरे का रविवार तड़के निधन हो गया। बेंगलुरु के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। 200 से ज़्यादा फिल्मों में काम कर चुके विजय खरे को भोजपुरी का 'गब्बर सिंह' कहा जाता था।

एंटरटेनमेंट डेस्क. भोजपुरी फिल्मों के दिग्गज एक्टर विजय खरे नहीं रहे। रविवार तड़के उन्होंने अंतिम सांस ली। बेंगलुरु के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। विजय खरे के निधन से उनके चाहने वालों को गहरा सदमा लगा है। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने गब्बर सिंह का रोल निभाया था, जिसके चलते वहां उन्हें भोजपुरी के गब्बर सिंह नाम से भी जाना जाता था। मूल रूप से बिहार के मुज़फ्फरपुर के रहने वाले विजय खरे मुंबई में सेटल हो गए थे और भोजपुरी इंडस्ट्री में काम करते थे।

कैसे हुआ भोजपुरी स्टार विजय खरे का निधन

रिपोर्ट्स के मुताबिक़, विजय खरे बीते कुछ समय से बीमार थे और बेंगलुरु के कावेरी हॉस्पिटल में उनका इलाज़ चल रहा था। इलाज के दौरान उनकी सेहत में सुधार भी हुआ, लेकिन अचानक से एक बार फिर उनकी तबीयत बिगड़ी और डॉक्टर्स की लाख कोशिशों के बाद भी वे बच नहीं सके। 15 दिसंबर को तड़के लगभग 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। भोजपुरी सिनेमा में उनका बहुत बड़ा नाम था और उनके निधन को खासकर वहां बहुत बड़ी क्षति के रूप में देखा जा रहा है।

200 से ज्यादा फिल्मों में नज़र आए थे विजय खरे

विजय खरे ने भोजपुरी की 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। उनकी पॉपुलर फिल्मों में 1976 में आई 'रायजादा', 1983 में आई 'गंगा किनारे मोरा गांव' और 2003 में रिलीज हुई 'हमरा से ब्याह करबा' शामिल हैं। उन्हें खासतौर पर विलेन की भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। उन्होंने रवि किशन, मनोज तिवारी और दिनेश लाल यादव निरहुआ जैसे लगभग हर बड़े भोजपुरी स्टार के साथ काम किया था। विजय भोजपुरी के साथ-साथ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के भी प्रेरणास्रोत थे। वे मुंबई में विजय खरे एकेडमी नाम से स्कूल चलाते थे और एक्टिंग वर्ल्ड में जाने के इच्छुक लोगों को इसकी तकनीकी सिखाते थे। 2019 में विजय खरे को भोजपुरी फिल्मों में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।