सार
कुकी इंटरनेशनल फिल्म्स एंड कैलटेक्स इंटरनेशनल फिल्म्स के बैनर तले लगातार भोजपुरी फिल्मों का निर्माण करते हुए फ़िल्म निर्माता नवीन पाठक ने इतिहास रच दिया है। जी हां! भारत देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के नक्शे कदम पर चलते हुए फिल्म निर्माता नवीन पाठक बैक टू बैक भोजपुरी फिल्मों का निर्माण कर रहे हैं। राजेंद्र प्रसाद के ऐतिहासिक गांव जीरा देई के मूल निवासी फिल्म निर्माता नवीन पाठक ने जहां तीन भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग कंप्लीट कर दिया है, वहीं एक साथ पांच फिल्मों का मुहूर्त भी किया है, जिससे वे सुर्खियों में हैं।
गौरतलब है कि भोजपुरी फिल्म के निर्माण करने की पहल राजेंद्र प्रसाद ने की थी। उनकी इच्छा थी कि जिस तरह से अन्य भाषाओं की फिल्मों का निर्माण होता है, उसी तरह भोजपुरी भाषा में भी फिल्में बने। उनके कहने पर ही फिल्म निर्माता विश्वनाथ प्रसाद शाहाबादी ने भोजपुरी की पहली फिल्म 'गंगा मइया तोहे पियरी चढ़ईबो' का निर्माण किया और वहीं से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की शुरुआत हुई। और अब भोजपुरी इंडस्ट्री के सुनहरे दौर में राजेंद्र प्रसाद के गाँव के ही मूल निवासी नवीन पाठक ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को एक साथ लेकर चलने की पहल करते हुए बैक टू बैक फिल्मों का निर्माण कर रहे हैं। यही वजह है कि उनकी हर फिल्मों में डायरेक्टर और हीरो हीरोइन अलग-अलग होते हैं।
फिल्म निर्माता 'नवीन पाठक' का कहना है कि 'मैं जितनी भी फिल्म करूंगा हर फिल्म के अलग-अलग डायरेक्टर होंगे और अलग-अलग हीरो-हीरोइन होंगे।' आगे उन्होंने कहा कि 'हम सबके पूज्यनीय प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू जी ने भोजपुरी को लेकर बहुत बड़ा सपना देखा था और उनकी पहल पर ही भोजपुरी इंडस्ट्री की शुरुआत हुई। मैं भी उनके ही गांव से हूं तो मेरा फर्ज है कि मैं भी भोजपुरी इंडस्ट्री के लिए कुछ बेस्ट करूं और भोजपुरी इंडस्ट्री अपना अहम योगदान दूं। जिसके लिए मैं अपने सहयोगियों के साथ दिन-रात अथक प्रयासरत हूं और बेहतरीन से बेहतरीन फिल्म का निर्माण करने का प्रयास कर रहा हूं। मेरे साथ फिल्म निर्माता गोविंद गिरी और सह निर्माता वैभव राय कम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।'
बता दें कि कुकी इंटरनेशनल फिल्म्स, कैलटेक्स इंटरनेशनल फिल्म्स, सह निर्माता जीवा एंटरटेनमेंट (वैभव राय) बैनर के तले फ़िल्म निर्माता नवीन पाठक और गोविंद गिरी द्वारा बिग लेबल पर बनाई जा रही तीसरी भोजपुरी फिल्म 'बाबुल का घर प्यारा लगे' की शूटिंग सिवान, बिहार में पूरी की गई है। जिसके निर्देशक दीपक शंकर सिंह हैं। नायक विक्रांत सिंह, नायिका अपर्णा मल्लिक, नेहा तिवारी हैं। इसके पहले इसी बैनर की पहली भोजपुरी फ़िल्म 'हो हल्ला' की शूटिंग वाराणसी, उत्तर प्रदेश में की गई है। हीरो अरविन्द अकेला कल्लू और हीरोइन काजल यादव हैं। जिसके निर्देशक आनन्द सिंह हैं। वहीं दूसरी फिल्म 'भाड़े की दुल्हन' की शूटिंग जौनपुर, उत्तर प्रदेश में ऋषभ कश्यप गोलू, शिल्पी राघवानी के साथ पूरी गई है, जिसके डायरेक्टर शिवजीत कुमार सिंह हैं। बाकी बनने वाली पाँच भोजपुरी फिल्मों 'केहू केतनो दुलारी बाकी माई ना होई', 'हम ही हैं ठाठ बनारासिया', 'महिमा जितिया माई के', 'प्रोडक्शन नं० 7', 'प्रोडक्शन नं० 8' के डायरेक्टर दीपक शंकर सिंह, सुनील माँझी, नीलमणि सिंह, संजय श्रीवास्तव, कन्हैया एस विश्वकर्मा होंगे।