मुंबई। फिल्में चलाने में उसके पोस्टर का बड़ा रोल होता है। पोस्टर यानी फिल्म की थीम को दर्शकों के सामने लाकर उन्हें टीवी या थियेटर तक खींचना। ब्लैक एंड व्हाइट के दौर में फिल्मों के पोस्टर एकदम साफ-सुथरे होते थे। लेकिन जैसे-जैसे फिल्में रंगीन हुईं और उनमें ग्लैमरस का तड़का लगा, पोस्टर भी तड़क-भड़क वाले होते गए। अब बात आती है फिल्मों के टाइटल की। पोस्टरों पर फिल्मों के टाइटल लिखे होते हैं। फिल्मवाले टाइटल ऐसे रजिस्टर्ड कराते हैं, जो अपील करें। यही वजह है कि भोजपुरी (Bhojpuri) फिल्मों के टाइटल में दुश्मन पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) का नाम जोड़कर दर्शकों में एक अलग ही जोश और जुनून पैदा किया जाता है। इन फिल्मों के टाइटल सुनकर ही लोग थिएटर तक खिंचे चले आते हैं। इस पैकेज में हम बता रहे हैं ऐसी ही कुछ भोजपुरी फिल्मों के टाइटल।