रामलीला के मंच से बॉलीवुड तक, 2 बार के सांसद, रवि किशन कैसे बने 'हीरो'
Ravi Kishan Wins Dadasaheb Phalke: भोजपुरी और बॉलीवुड अभिनेता रवि किशन को 2025 में दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फेस्टीवल अवार्ड से सम्मानित किया गया। 33 वर्षों से हिंदी, भोजपुरी और साउथ इंडियन फिल्मों में सक्रिय हैं।

बॉलीवुड और भोजपुरी एक्टर रवि किशन को साल 2025 के लिए दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फेस्टीवल अवार्ड से सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया है। वे 3 दशक से ज्यादा समय से हिंदी, भोजपुरी और दक्षिण भाषाओं की फिल्मों में काम कर रहे हैं।
रवि किशन ने बचपन और किशोरवय उम्र में रामलीला में सीता का किरदार निभाते थे। उनके पिता हमेशा उन्हें इसके लिए डांटते थे, कई बारकतो उन्होंने इसके लिए मार भी पिट चुकी थी। वह नहीं चाहते थे कि उनका बेटा एक्टिंग करें।
हीरो बनने अपने जुनून की वजह से वह लगभग 17 साल की उम्र में अपनी मां से 500 रुपये लेकर घर से भागकर मुंबई आ गए। इससे पहले वह अपनी मां के लिए साड़ी खरीदना चाहते थे, लेकिन उनके पास इसके लिए पैसे नहीं थे। उन्होंने कई महीनों तक अखबार बेचा और कुछ रुपये इकट्ठे कर मां को साड़ी गिफ्ट की थी।
रवि किशन जब मुंबई आए तो यहां उन्हें लंबा स्ट्रगल करना पड़ा। बी-ग्रेड फिल्मों से शुरुआत करते हुए उन्होंने साल 1992 में हिंदी फिल्म 'पीतांबर' से डेब्यू किया था। भोजपुरी में पकड़ अच्छी होने की वजह से उन्होंने इस इस इंडस्ट्री में छोटे- छोटे रोल करना शुरु किया।
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बॉलीवुड में संघर्ष के दिनों के बाद, उन्होंने भोजपुरी फिल्मों की ओर रुख किया और वहां एक बड़े सुपरस्टार बन गए। इसके बाद तो उनकी किस्मत चमक गई, उन्हें यहां काम मिलता चला गया। वे भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार बन गए। इसके बाद उन्हें सलमान खान स्टारर तेरे नाम में फिल्म में साइड हीरो का रोल मिला। यहां भी किस्मत चमक गई और वे बॉलीवुड में बराबर एक्टिव हो गए। रवि किशन हिंदी, भोजपुरी, तेलुगु, कन्नड़ और तमिल में सैकड़ों फिल्मों में काम कर चुके हैं
रवि किशन अपनी सक्सेस का क्रेडिट अपनी पत्नी प्रीति को देते हैं । वे उनके प्रति सम्मान जताने के लिए हर रात उनके पैर छूते हैं। वे मानते हैं कि उनकी हर असफलता में प्रीति उनके साथ रहीं।
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रवि किशन की बेटी, इशिता ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को ज्वाइन करने के बजाए सेना में शामिल होने का ऑप्शन चुना । वे 2023 में भारतीय सेना में एक एनसीसी कैडेट के रूप में शामिल हुई। अब वे बकायदा सेना में अग्निवीर बन चुकी हैं।
रवि किशन राजनीति में सफल हैं, वे 2019 में पहली बार बीजेपी की सीट से सांसद चुने गए। इसके बाद साल 2024 में एक बार फिर गोरखपुर सीट से सांसद चुनकर आए। वे फिल्म और राजनीति कए अलावा भोजपुरी में कॉमेंट्री करने के लिए भी जाने जाते हैं।