सार
'आदिपुरुष' डायरेक्टर ओम राउत की फिल्म है, जिसमें प्रभास ने राघव, कृति सेनन ने जानकी, सैफ अली खान ने लंकेश, सनी सिंह ने लक्ष्मण और देवदत्त नागे ने हनुमान का किरदार निभाया है। फिल्म 16 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
एंटरटेनमेंट डेस्क. प्रभास (Prabhas) स्टारर 'आदिपुरुष' (Adipurush) का फाइनल ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ। ट्रेलर को दर्शकों का प्यार भी मिला है और इसे लेकर विवाद भी चल रहा है। अब लगभग 550 करोड़ रुपए के बजट में बनी इस फिल्म से जुड़े कुछ बड़े ब्लंडर्स सामने आए हैं, जो कहीं ना कहीं फिल्म के रिसर्च वर्क को कमजोर बता रहे हैं। जानिए फिल्म के ट्रेलर में नजर आए 4 बड़े ब्लंडर्स के बारे में...
'आदिपुरुष 'में भारत शब्द का उल्लेख
हाल ही में रिलीज हुए 'आदिपुरुष' के फाइनल ट्रेलर में राम (Prabhas) ने वानर सेना को संबोधित करते हुए एक डायलॉग बोला है, जो इस प्रकार है, "आज मेरे लिए मत लड़ना। उस दिन के लिए लड़ना, जब भारत की किसी बेटी पर हाथ डालने से पहले दुराचारी तुम्हारा पौरुष देखकर थर्रा जाए।" डायलॉग जबर्दस्त है और लोगों को उत्साह से भरता है। लेकिन इसमें ब्लंडर यह है कि इसमें भारत शब्द का इस्तेमाल किया गया है। त्रेता युग में भारत शब्द का चलन नहीं था। उस वक्त देश को आर्यावर्त के नाम से जाना जाता था। देश का नाम भारत चंद्रवंशी राजा भरत के नाम पर पड़ा, जो द्वापर युग में हुए और जो कौरव और पांडवों के पूर्वज थे।
‘आदिपुरुष’ में रावण का रूद्राक्ष तोड़ना
ट्रेलर में दिखाए गए एक सीन के मुताबिक़, रावण (Saif Ali Khan) साधू का वेश रखकर माता सीता यानी जानकी (Kriti Sanon) का हरण करता है। इस दौरान जब वह साधू का वेश छोड़ अपने असली रूप में आता है तो रूद्राक्ष की माला तोड़ता दिखाई देता है। अगर पौराणिक ग्रंथ उठाकर देखें तो सभी जगह रावण को भगवान शिव का परम भक्त बताया गया है । शिव भक्त रूद्राक्ष को बेहद पवित्र मानते हैं और उसे भगवान शिव की आंखों के रूप में मानते हैं। ऐसे में रावण जैसे परम भक्त का रूद्राक्ष तोड़ना कहीं ना कहीं मेकर्स की रिसर्च पर सवाल खड़े करता है।
सोने की लंका काली कैसे हुई?
'आदिपुरुष' के ट्रेलर में रावण की नगरी लंका को अंधेरे से घिरी दिखाया गया है। जबकि हर ग्रंथ में इस नगरी का वर्णन स्वर्ण यानी सोने की नगरी के रूप में होता है। सभी विद्वान इसे सोने की लंका बताते हैं। कहा जाता है कि रावण से पहले इस नगरी पर उसके सौतेले भाई कुबेर का शासन था, जिन्हें हिंदू मान्यताओं के मुताबिक़, धन का देवता माना जाता है। ऐसे में मेकर्स ने सोने की लंका को इतनी काली क्यों दिखाया है, यह समझ से परे है।
सीता को सफ़ेद साड़ी में दिखाया
फिल्म के ट्रेलर में कई जगह माता सीता को सफ़ेद साड़ी में दिखाया गया है। फिर चाहे रावण द्वारा उनके हरण का वाला सीन हो या फिर उन्हें अशोक वाटिका में बंदी बनाने वाला सीन हो ज्यादातर जगह उनके शरीर पर सफ़ेद साड़ी ही नजर आती है। हालांकि, जब माता जानकी लंका में हनुमान (Devdatt Nage) जी के साथ संवाद करती हैं, तब जरूर उन्हें भगवा साड़ी में देखा जा सकता है। अब सवाल उठता सफ़ेद साड़ी पहनने में क्या ब्लंडर है? दरअसल, हिंदू मान्यताओं के मुताबिक़, सफ़ेद साड़ी विधवा पहनती है। ऐसे में माता सीता को सफ़ेद साड़ी में दिखाना इन मान्यताओं के खिलाफ है।
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