Maalik Review: राजकुमार राव और मानुषी छिल्लर की फिल्म मालिक शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म में जबरदस्त एक्शन-थ्रिलर देखने को मिल रहा है। वहीं, राजकुमार पहली बार स्क्रीन पर खूंखार रूप में दिख रहे हैं।
Rajkummar Rao Film Maalik Review: राजकुमार राव और मानुषी छिल्लर की मोस्ट अवेटेड थ्रिलर फिल्म मालिक शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। राजकुमार की ये पहली ऐसी फिल्म है, जिसमें वे ताबड़तोड़ एक्शन और ड्रामा करते नजर आ रहे हैं। फिल्म में राजकुमार के काम को पसंद भी किया जा रहा है। पुलकित द्वारा निर्देशित फिल्म में जबरदस्त एक्शन, बेहतरीन इमोशन, शानदार रोमांस और थ्रिल का तड़का देखने को मिल रहा है। फिल्म को कुमार तौरानी और जय शेवकरमानी ने प्रोड्यूस किया है। फिल्म का निर्माण टिप्स इंडस्ट्रीज और नॉर्दर्न लाइट्स फिल्म्स के बैनर तले किया गया है। आइए, जानते हैं क्या है फिल्म मालिक का कहानी...
क्या है राजकुमार राव की फिल्म मालिक की कहानी?
राजकुमार राव की फिल्म मालिक की कहानी की बात करें तो ये काफी दमदार है और क्रिटिक्स द्वारा भी इसे पसंद किया जा रहा है। फिल्म 80 के दशक के बैकड्राप पर बेस्ड है। फिल्म प्रयागराज इलाहबाद में रहने वाले एक आम आदमी के अपराध की दुनिया में अपनी धाक जमाने की कहानी है। इसमें दिखाया कि एक आम लड़का शुरुआत में सिर्फ ताकत हासिल करना चाहता है और फिर उसकी जिंदगी में खून, धोखा और सत्ता की भूख घर करने लगती है। इसमें दिखाया कि कैसे एक आम आदमी गैंगस्टर बनता और फिर अपराध की दुनिया का मालिक बना जाता है। फिल्म में मालिक राजकुमार राव को शुरू में साधारण दिखाया लेकिन कुछ ऐसी घटनाएं होती है, जिससे उनकी पूरी जिंदगी बदल जाती है। राजनीति, भ्रष्टाचार और सत्ता के खेल में उनकी दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है। वे धीरे-धीरे अपराध और खतरनाक रास्ते में चल पड़ते हैं। इसमें भी कई ट्विस्ट-टर्न देखने को मिलते हैं। थ्रिलर के साथ फिल्म में इमोशन्स की भी भरमार है।
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फिल्म मालिक में कैसी है स्टारकास्ट की एक्टिंग
राजकुमार राव एक बेहतरीन एक्टर है। उनकी एक्टिंग के फैन्स दीवाने हैं। फिल्म में वे मालिक के किरदार में नजर आ रहे हैं, जिसको उन्होंने पूरी शिद्दत के साथ प्ले किया है। पहली बार वे स्क्रीन पर इतने खूंखार नजर आ रहे है। वहीं, मूवी में मानुषी छिल्लर, अंशुमान पुष्कर, प्रोसेनजीत चटर्जी, हुमा कुरैशी और स्वानंद किरकिरे ने भी अपने-अपने किरदारों के साथ न्याय किया है। 2.29 घंटे की फिल्म ने आखिरी तक दर्शकों को बांधे रखा। फिल्म का स्क्रीनप्ले और बैकग्राउंड स्कोर भी अच्छा। बीच-बीच कुछ सीन्स बेवजह के है, जिन्हें एडिट किया जा सकता था।
