सार

आर माधवन को 'रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट' के लिए बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला है। इस अवॉर्ड को पाकर एक्टर काफी खुश हैं। ऐसे में उन्होंने इस खास शख्स को इस अवॉर्ड को डेडिकेट किया है।

एंटरटेनमेंट डेस्क. नेशनल फिल्म अवॉर्ड भारत के सबसे बड़े अवॉर्ड्स में से एक हैं। 24 अगस्त की शाम पांच बजे नई दिल्ली में 69वें नेशनल अवॉर्ड की घोषणा हुई, जिसमें फिल्म 'रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट' को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला है। इस फिल्म के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर आर माधवन हैं। ऐसे में हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान आर माधवन ने इस अवॉर्ड को पाने के बाद फैंस को धन्यवाद कहा। इसके साथ ही उन्होंने इस खास शख्स को इस अवॉर्ड को डेडिकेट किया।

कुछ इस तरह था नंबी नारायण का रिएक्शन

आर माधवन ने कहा, 'इस फिल्म को बनाना मेरे लिए पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ की सबसे बड़ी चुनौती रही है। हालांकि, ये सारी दिक्कतें भी स्पेस साइंटिस्ट नंबी नारायणन के पर्सनल स्ट्रगल के आगे कुछ भी नहीं हैं। ये फिल्म सिर्फ और सिर्फ नंबी नारायणन को मिली परेशानियों को सुनने के बाद मैंने बनाने का फैसला किया था, मुझे कुछ नहीं पता था कि फिल्म कैसे बनेगी, इसके लिए पैसे कहां से आएंगे और ये सिनेमाघरों तक कैसे पहुंचेगी? इस फिल्म को सबसे पहले मैंने नंबी नारायण को दिखाया था। उस दौरान वो लगातार सिसक रहे थे। इसके बाद उन्होंने कहा था कि मैं जो महसूस कर रहा हूं, वो कह नहीं पा रहा हूं। इस लिए मैं यह पुरस्कार नंबी नारायण को समर्पित करता हूं।'

नंबी नारायण की लाइफ पर बेस्ड है फिल्म की कहानी

'रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट' की कहानी इसरो के पूर्व साइंटिस्ट नंबी नारायण के जीवन और उनके स्ट्रगल पर बेस्ड है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे नंबी नारायण पर देशद्रोह का आरोप लगा और उसके बाद कैसे उन्होंने इससे मुक्त होकर PSLV का इंजन बनाया। फिल्म में आर माधवन इसी साइंटिस्ट का किरदार निभा रहे हैं। इसकी शूटिंग भारत समेत फ्रांस, कनाडा, जॉर्जिया और सर्बिया में हुई है। यह पैन इंडिया फिल्म 6 भाषा हिंदी, तमिल, तेलुगु, अंग्रेजी, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज हुई थी। फिल्म में शाहरुख खान का कैमियो भी था।

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