Metro In Dino Review: फिल्म मेट्रो इन दिनों शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। ये एक मल्टीस्टारर फिल्म है, जिसमें प्यार, रिश्ते और वापसी तनाव को कैसे सुलझाए.. के बारे में सलीके से बताया गया है। आइए, पढ़ते हैं फिल्म का रिव्यू...
Metro In Dino Review In Hindi: वो कहते है ना प्यार आसान नहीं और ये हर किसी के नसीब में भी नहीं होता। कई बार सच्चा प्यार पाने की चाह में पूरी उम्र गुजर जाती है तो कभी पलभर में प्यार मिल जाता है। कईयों को प्यार, रिश्तों के मायनों की समझ होती है तो कुछ इनमें जिंदगीभर उलझकर रह जाते हैं। कुछ ऐसी ही है डायरेक्टर अनुराग बसु की फिल्म मेट्रो इन दिनों की कहानी, जो शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। बसु की ये मल्टी स्टारर फिल्म है, जिसमें अनुपम खेर, नीना गुप्ता, सारा अली खान, आदित्य रॉय कपूर, कोंकणा सेन शर्मा, पंकज त्रिपाठी, अली फजल और फातिमा सना शेख लीड रोल में हैं। फिल्म में संगीत प्रीतम का है। आपको बता दें कि 18 साल पहले आई बसु की फिल्म लाइफ इन मेट्रो का ये सीक्वल तो नहीं है, लेकिन इसी फिल्म की कहानी आगे जरूर बढ़ती है। आइए, पढ़ते फिल्म का रिव्यू और जानते हैं आखिर कैसी है मूवी...
क्या है फिल्म मेट्रो इन दिनों की कहानी
डायरेक्टर अनुराग बसु की फिल्म मेट्रो इन दिनों प्यार और उलझे रिश्तों को दर्शाती है। फिल्म की कहानी शुरू होती है कोलकाता में रहने वाली शिवानी (नीना गुप्ता) और उनके पति संजीव (शाश्वत चटर्जी) से, जिनकी दो बेटियां काजोल (कोंकणा सेन शर्मा) और चुमकी (सारा अली खान)। काजोल अपने पति मंटी (पंकज त्रिपाठी) के साथ 19 साल से शादीशुदा जिंदगी जी रही हैं, हालांकि दोनों एक-दूसरे के साथ बाहर खुश होने का ड्रामा करते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। काफी समय से दोनों की लाइफ में कुछ भी परफेक्ट नहीं चल रहा है। वहीं, चुमकी एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती है, जहां वो अपने एक कलिग को पसंद करती हैं और शादी करने वाली, लेकिन उसकी कहानी में तब ट्विस्ट आता है, जब उसकी मुलाकात एक ट्रैवल ब्लागर पार्थ (आदित्य राय कपूर) से होती है। फिर दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती हैं। हालांकि, पार्थ अपनी लाइफ को लेकर काफी कन्फ्यूज और रिश्तों को लेकर बेपरवाह है। इसमें एक कहानी आकाश (अली फजल) की भी है, जो म्यूजीशियन बनाना चाहता है, लेकिन पत्नी श्रुति (फातिमा सना शेख) और परिवार की जिम्मेदारी की वजह ऐसा नहीं कर पाता है। पूरी फिल्म बिखरे सपने, उलझे रिश्ते और सच्चे प्यार की चाहत को दिखाने की कोशिश की गई है। किसे क्या मिलता है.. ये तो पूरी फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा।
कैसी है फिल्म मेट्रो इन दिनों और इसका संगीत
डायरेक्टर अनुराग बसु की फिल्म मेट्रो इन दिनों फर्स्ट हाफ में थोड़ी स्लो है, लेकिन सेकंड हॉफ आते-आते गति पकड़ने लगती है। फिल्म का क्लाइमैक्स दिल को अच्छा फील कराने वाला है। फिल्म में गानों की भरमार है। कहानी को आगे बढ़ाने के लिए डायरेक्टर ने प्रीतम, पापोन और चैतन्य राघव के गीत-संगीत को सूत्रधार के रूप में शानदार तरीके से यूज किया है। बसु की फिल्मों में सितारों की भरमार अमूमन देखी जाती है। वहीं, उनकी फिल्मों की कहानी भी उलझी ही रहती है, ऐसा ही कुछ मेट्रो इन दिनों में भी देखने को मिला है। वैसे फिल्म में सभी लव स्टोरी मजेदार हैं, लेकिन मोंटी-काजोल का ट्रैक सबसे ज्यादा एंटरटेनिंग है। सारा अली खान और आदित्य रॉय कपूर का ट्रैक और बेहतर बनाया जा सकता था।
फिल्म मेट्रो इन दिनों में कलाकारों की परफॉर्मेंस
फिल्म मेट्रो इन दिनों में काम करने वाले कलाकारों की परफॉर्मेंस की बात करें तो आदित्य रॉय कपूर ने एक बेपरवाह युवा का किरदार शानदार तरीके से प्ले किया है। सारा अली खान ने अपने किरदार को खूबसूरती से जिया है, लेकिन कहीं-कहीं थोड़ी ओवर एक्टिंग भी नजर आई। पूरी फिल्म में पंकज त्रिपाठी और कोंकणा सेन शर्मा छाए हुए हैं। दोनों ने अपने किरदारों के साथ पूरी तरह से जस्टिस किया है। नीना गुप्ता और अनुपम खेर हमेशा की तरह शानदार रहे हैं। फातिमा सना शेख ने अपने किरदार को बेतररीन तरीके से पेश किया है। अली फजल का काम भी अच्छा रहा।
