शोले फिल्म 50 साल बाद 12 दिसंबर 2025 को थिएटर्स में री-रिलीज हो रही है। ट्रेलर में अमिताभ का मशहूर डायलॉग 'जेम्स बॉन्ड के पोते हैं ये' बदलकर 'तात्या टोपे के पोते हैं ये' कर दिया गया। ओरिजिनल एंडिंग भी दिखेगी, जहां ठाकुर गब्बर को पैरों से कुचलता है।
धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन की फिल्म 'शोले' 50 साल बाद एक बार थिएटर्स में दस्तक दे रही है। इस बार इस ब्लॉकबस्टर मूवी में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। सबसे ज्यादा चर्चा इसकी एंडिंग को लेकर है। मेकर्स पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि इस बार 'शोले' में वह ओरिजिनल एंडिंग दिखाई जाएगी, जिसे 50 साल पहले उन्हें मजबूरी में बदलना पड़ा था। लेकिन सिर्फ एंडिंग ही नहीं, फिल्म में कुछ डायलॉग्स में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। क्योंकि हाल ही में रिलीज हुए इसके ट्रेलर में अमिताभ बच्चन का एक बदला हुआ डायलॉग साफ़तौर पर सुना जा सकता है।
'शोले' में अमिताभ बच्चन का कौन-सा डायलॉग बदला गया?
'शोले' वो फिल्म है, जो दर्शकों ने कई बार देखी है। यहां तक कि इसके सीन और डायलॉग्स तक कई लोगों को रटे हुए हैं। अगर आपने भी फिल्म देखी है तो आपको याद होगा कि एक सीन में वीरू (धर्मेंद्र) बसंती (हेमा मालिनी) को पिस्तौल से निशाना लगाना सिखाता है और जय (अमिताभ बच्चन) वहीं बगीचे में एक पेड़ के पीछे लेटा हुआ है। इसी दौरान बसंती वीरू से कहती है, "बड़े निशानची लगते हो।" जवाब में जय मजाकिया लहजे में कहता है, "हां जेम्स बॉन्ड के पोते हैं ये।" लेकिन जब आप फिल्म का लेटेस्ट ट्रेलर देखेंगे तो पाएंगे कि जेम्स बॉन्ड को तात्या टोपे से रिप्लेस कर दिया गया है। नए ट्रेलर में जय कहता है, "हां, तात्या टोपे के पोते हैं ये।"
एक X यूजर ने 50 साल पहले रिलीज हुई 'शोले' और हाल ही में आए इसके ट्रेलर का सीन शेयर किया है और इस ओर लोगों का ध्यान दिलाया है। इस यूजर ने लिखा, "वीडियो 1: नए ट्रेलर से। वीडियो 2 : फिल्म से। जेम्स बॉन्ड को तात्या टोपे से रिप्लेस किया गया। ओरिजिनल फिल्म के दौरान तात्या टोपे को ज़रूर जेम्स बॉन्ड से रिप्लेस किया गया होगा। इतना ही नहीं, लोग 'शोले' में मेकर्स द्वारा इस तरह किए गए बदलाव से हैरान हैं। उनका मानना है कि फिल्म के डायलॉग्स को अचानक से बदलना कई फैन्स को आहत भी कर सकता है। क्योंकि उन्हें इस फिल्म के डायलॉग्स मुंह-जुबानी याद हैं।
दोबारा कब रिलीज होगी 'शोले'?
रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी 'शोले' को फिर से 12 दिसंबर को रिलीज किया जाएगा। इसे 'शोले : द फाइनल कट' नाम दिया गया है। फिल्म में ओरिजिनल क्लाइमैक्स दिखाया जाएगा। इसमें ठाकुर गब्बर को पैर से कुचलकर मार देता है। 1975 में इमरजेंसी के दौरान सेंसर बोर्ड के आदेश के बाद उन्हें यह क्लाइमैक्स बदलना पड़ा था।
