सार

सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी शादी में मेहंदी की जगह अल्ता लगाया था. इसकी वजह जहीर को मेहंदी की गंध पसंद नहीं होना और खुद सोनाक्षी का आलसी होना बताया जा रहा है.

बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा (Bollywood actress Sonakshi Sinha) ने सात साल तक प्रेम करने के बाद जहीर (Zaheer) के साथ शादी करके अपना नया जीवन शुरू किया है. यह युवा जोड़ी 23 जून को शादी के बंधन में बंधी थी और अब अपने हनीमून पीरियड का आनंद ले रही है. बेहद सादगी से हुई सोनाक्षी सिन्हा की शादी की तस्वीरें और वीडियो आज भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होते रहते हैं. बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता और राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी की शादी में मेहंदी और संगीत समारोह धूमधाम से होने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसकी वजह से लोगों को थोड़ी निराशा हुई. दरअसल, सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी शादी में अपने हाथों पर मेहंदी नहीं लगाई थी. मेहंदी में जहीर का नाम भी नहीं लिखा था. उनकी शादी की तस्वीरों में भी मेहंदी नजर नहीं आई. मेहंदी की रस्म क्यों नहीं हुई, उन्होंने अपने हाथों को मेहंदी के रंग से क्यों नहीं सजाया, इसका खुलासा सोनाक्षी सिन्हा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में किया है. 

सोनाक्षी सिन्हा ने मेहंदी क्यों नहीं लगाई : सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी शादी में अपनी उंगलियों पर मेहंदी (Mehndi) की जगह अल्ता लगाया था. सोनाक्षी कहती हैं कि इसकी एक वजह जहीर हैं. दरअसल, जहीर को मेहंदी की गंध पसंद नहीं है. सोनाक्षी ने कहा कि मैं सोच रही थी कि मेहंदी की जगह क्या किया जा सकता है. 

 

आलसी सोनाक्षी : सिर्फ जहीर की वजह से ही नहीं, बल्कि अपने आलस के कारण भी सोनाक्षी ने यह फैसला लिया था. सोनाक्षी एक ही जगह पर ज्यादा देर तक नहीं बैठ सकती हैं. मेहंदी के लिए कम से कम तीन घंटे तो एक ही जगह पर बैठना पड़ता है. साथ ही, मेरा मोबाइल भी मैं इस्तेमाल नहीं कर सकती. यह मुझे टॉर्चर लगता है, सोनाक्षी कहती हैं.

अभिनेत्री ने बनाया हीरामंडी प्लान : फिल्म हीरामंडी की शूटिंग के दौरान सोनाक्षी हर रोज अल्ता लगाती थीं. यही तरकीब उन्हें अपनी शादी के लिए भी सूझी. अल्ता हाथों पर बहुत सुंदर लगता है. इसे हटाना भी आसान होता है. इसे लगाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता. इसलिए मैंने अल्ता लगाने का फैसला किया. मेहंदी लगने के बाद अगर हम इधर-उधर जाते हैं तो हाथों की खूबसूरती खराब हो जाती है, सोनाक्षी कहती हैं. 

मेरा अल्ता आइडिया काम कर गया. मैं निश्चिंत थी. मेहंदी का टेंशन कम हो गया था. हम अपनी शादी के उस पल का आनंद ले पाए. मेहंदी के लिए दो-तीन घंटे बैठना मुझे बिल्कुल पसंद नहीं था. यह मेरी कल्पना से परे था, सोनाक्षी ने कहा.

जहीर से शादी करने के कारण सोनाक्षी ने हिंदू रीति-रिवाजों से शादी नहीं की, जिससे उनके फैंस नाराज थे. लेकिन जब फैंस ने सुना कि सोनाक्षी की वजह से मेहंदी की रस्म नहीं हुई तो वे और भी नाराज हो गए.  

 

सोनाक्षी और जहीर की शादी को तीन महीने हो चुके हैं. शादी के वक्त सोनाक्षी के परिवार और उनके बीच अनबन की खबरें आई थीं. लेकिन आखिरकार बेटी की खुशी में राजी होकर शत्रुघ्न सिन्हा का परिवार शादी में खुशी-खुशी शामिल हुआ था. सोनाक्षी और जहीर फिलहाल कई प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं और सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहते हैं. ससुराल में खुश रह रही सोनाक्षी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे जहीर के लिए खाना बनाना सीख रही हैं.