सार
World Music Day 2024. 21 जून को वर्ल्ड म्यूजिक डे 2024 मनाया जाएगा। इस मौके पर बॉलीवुड की पहली महिला संगीतकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका जन्म कोठे पर हुआ था। आपको जानकर हैरानी होगी कि कोठे पर जन्मी इसी संगीतकार का नाती संजय दत्त है।
एंटरटेनमेंट डेस्क. 21 जून को दुनियाभर में वर्ल्ड म्यूजिक डे 2024 (World Music Day 2024) धूमधाम से मनाया जाएगा। कई जगह पर संगीत के बड़े-बड़े आयोजन होंगे, जिसमें कई नामी हस्तियां अपनी प्रस्तुतियां देंगी। इसी मौके पर आपको बॉलीवुड की पहली महिला संगीतकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। जो जानकारी आपको इस पहली महिला संगीतकार के बारे में देने जा रहे हैं, उसे जानकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। बता दें कि ये महिला संगीतकार और कोई नहीं बल्कि जद्दनबाई (Jaddanbai) है। नीचे पढ़ें जद्दनबाई से जुड़ी चौंकाने वाली डिटेल...
बॉलीवुड की पहली सुरों की मल्लिका जद्दनबाई
1930 के दशक में भारत में आजादी का आंदोलन चल रहा था। इसी दौर में फिल्मी बिजनेस भी अपने चरम पर था और देखते ही देखते एक महिला संगीतकार यानी जद्दनबाई ने फिल्मी दुनिया में धांसू एंट्री मारी। ये म्यूजिशियन बेहद खूबसूरत थी और कहा जाता है कि इनसे बचपन से ही कोठे पर संगीत की तालीम ली। जद्दनबाई सुरों की मल्लिका थीं और इनकी आवाज में इतनी मिठास थी कि बड़े-बड़े और नामी घरानों के लोग कोठे पर खींचे चले आते थे।
1892 में हुआ था जद्दनबाई का जन्म
आपको बता दें कि 1892 को बनारस की दलीपबाई तवायफ के कोठे पर जद्दनबाई का जन्म हुआ था। बचपन से ही उन्हें संगीत की महफिलों में वक्त गुजारने और सुरों को सजाने का मौका मिला। बचपन से ही संगीत में रुचि रखने वाली जद्दनबाई ने तामिल हासिल करने के साथ गाना गाना भी शुरू किया। कुछ ही सालों में जद्दनबाई फेमस हो गई। कई बार तो अमीर लोग उन्हें अपने राजघरानों में महफिल सजाने के लिए बुलाते थे। जैसे-जैसे जद्दनबाई पॉपुलर होने लगी उनकी रुचि फिल्मों में जाने की होने लगी।
जद्दनबाई की पहली फिल्म तलाश-ऐ-हक
बेहतरीन आवाज की मल्लिका जद्दनबाई को अपनी पॉपुलैरिटी की वजह से फिल्मों में मौका मिला। 1935 में आई फिल्म तलाश-ऐ-हक में म्यूजिक कंपोज करने का मौका मिला। उन्होंने फिल्म में संगीत देने के साथ खुद गाने भी गाए। यही वो साल था जब बॉलीवुड को पहली महिला संगीतकार मिली थी। इसके बाद जद्दनबाई ने अपनी म्यूजिक कंपनी खोली और 1936 में फिल्म हृदय मंथन, 1937 मोती का हार और 1949 में दरोगाजी जैसी फिल्मों में म्यूजिक दिया।
जद्दनबाई की पर्सनल लाइफ
जद्दनबाई की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने जिंदगी में 3 शादियां की। उन्होंने पहली शादी नरोत्तम से की। पहली शादी से उनको बेटा अख्तर हुसैन हुआ। हालांकि, यह शादी ज्यादा नहीं चली। फिर जद्दनबाई ने दूसरी शादी कोठे पर ही सारंगी बजाने वाले मियां खान से की। इस शादी से उनको दूसरा बेटा अनवर खान हुआ। लेकिन जद्दनबाई की किस्मत खराब। दूसरी शादी भी उन्हें रास नहीं आई और तलाक हो गया। उन्होंने तीसरी शादी मोहनबाबू से की। इस शादी से बेटी नरगिस का जन्म हुआ, जो आगे चलकर बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस बनी। जद्दनबाई का निधन 8 अप्रैल 1949 को हुआ।
जद्दनबाई की बेटी और नाती
आपको जानकर हैरानी होगी कि कोठे पर जन्मी जद्दनबाई की बेटी नरगिस बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस बनी। नरगिस ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी। उन्होंने श्री 420, चोरी चोरी, मदर इंडिया, बरसात, आवारा, अंदाज, आग, मेला, रात और दिन सहित कई फिल्मों में काम किया। नरगिस और राज कपूर के अफेयर के किस्से काफी मशहूर रहे। हालांकि, नरगिस ने बाद में सुनील दत्त से शादी की। कपल के तीन बच्चे हुए संजय दत्त, नम्रता दत्त और प्रिया दत्त। 1981 में नरगिस का निधन हो गया था।
जद्दनबाई का नाती बॉलीवुड का सुपरस्टार
जद्दनबाई के नाती की बात करें तो वो और कोई नहीं बल्कि बॉलीवुड का सुपरस्टार संजय दत्त है। संजय ने अपने करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया। उनकी अपकमिंग फिल्मों की बात करें तो वे घुड़चढ़ी, केडी द डेविल, डबल आईस्मार्ट, द राजा साब आदि हैं।
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