सार
पिछले हफ्ते तक मुंबई साइबर सेल ने ऐसे मामलों में 70 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की थीं। मुंबई पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
Actress Nagma dupe case: मुंबई में एक और अभिनेत्री साइबर फ्रॉड का शिकार हो गई है। अभिनेत्री व राजनेता नगमा मोरारजी को साइबर लुटेरों ने करीब एक लाख रुपये ठग लिया है। अभिनेत्री ने बांद्रा पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ साइबर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। मुंबई में बैंक केवाईसी के नाम पर ठगे जा चुके 70 से अधिक लोगों ने केस दर्ज कराया है। इसमें फिल्म और टीवी इंडस्ट्री की कई अभिनेत्रियां भी शामिल हैं।
नगमा की तहरीर पर मुंबई पुलिस ने दर्ज किया एफआईआर
अभिनेत्री नगमा मोरारजी ने मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक साइबर धोखाधड़ी गिरोह द्वारा लगभग 1 लाख रुपये की ठगी करने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई है। मुंबई पुलिस के मुताबिक, अभिनेत्री की तहरीर पर आईपीसी की धारा 420,419,66सी और 66डी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कैसे शिकार बनाया अभिनेत्री नगमा को?
28 फरवरी को नगमा के मोबाइल पर मैसेज आया कि अगर उसने अपना पैन अपडेट नहीं कराया तो आज रात उसकी मोबाइल नेट बैंकिंग बंद कर दी जाएगी। नगमा ने उस लिंक पर क्लिक किया। मुंबई पुलिस ने कहा कि एक ओटीपी मांगा गया और जैसे ही मोबाइल पर ओटीपी नंबर अपडेट किया गया, नगमा के खाते से 99,998 रुपये निकाल लिए गए।
पांच हजार से अधिक सिम का फ्रॉड के लिए किया जा रहा इस्तेमाल
पिछले दो हफ्तों में इस तरह की ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। पिछले हफ्ते तक मुंबई साइबर सेल ने ऐसे मामलों में 70 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की थीं। मुंबई पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, ऐसे धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे 300 से अधिक सिम कार्ड की पहचान की गई है। पुलिस ने कहा कि इस तरह की धोखाधड़ी के लिए 5,000 से अधिक सिम कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि यह एक संगठित अपराध है जिसे एक गिरोह द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस तरह के संदेश लाखों लोगों को भेजे जा चुके हैं और लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
टीवी इंडस्ट्री की अभिनेत्री को भी बनाया शिकार...
श्वेता मेनन ने भी पुलिस को बैंक ठगी की शिकायत की है। मेनन ने बताया कि उसने नकली टेक्स्ट संदेश के एक लिंक पर क्लिक किया था, यह मानते हुए कि यह उसके बैंक का था। जो पोर्टल खुला, उसमें उसने अपना कस्टमर आईडी, पासवर्ड और ओटीपी दर्ज किया। श्वेता मेनन ने बताया कि उसे बैंक अधिकारी के रूप में प्रस्तुत एक महिला का भी फोन आया, जिसने उसे अपने मोबाइल नंबर पर प्राप्त एक और ओटीपी डालने के लिए कहा। इसके बाद उसके खाते से 57,636 रुपये काट लिए गए। जानिए कैसे ठग कर रहे फ्रॉड...