सार
श्वेता मेनन ने पुलिस को बैंक ठगी की शिकायत की है। मेनन ने बताया कि उसने नकली टेक्स्ट संदेश के एक लिंक पर क्लिक किया था, यह मानते हुए कि यह उसके बैंक का था।
Actress Shweta Menon looted: फर्जीवाड़ा या फ्रॉड करने वाले सरकारी नियम व आदेश को भी मौका में तब्दील कर दे रहे हैं। बैंकिंग प्रॉसेस के लिए केवाईसी अनिवार्य होना तमाम नटवरलालों के लिए शानदार मौका बन गया है। मुंबई में एक निजी बैंक के कम से कम 40 खाताधारकों से केवाईसी व पैन अपडेशन के नाम पर फ्रॉड को अंजाम दे दिया गया है। केवाईसी के नाम पर लाखों रुपये साइबर अपराधियों ने उड़ा लिए हैं। मुंबई पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर बैंक अकाउंट होल्डर्स या सामान्य नागरिकों से किसी प्रकार की पर्सनल जानकारी साझा न करने की अपील की है।
कैसे किया अपडेशन के नाम पर खाता साफ?
दरअसल, सरकार के आदेशानुसार, बैंक खाताधारकों को केवाईसी कराना अनिवार्य है। साथ ही उनको पैन को भी खाता में अपडेट करना होगा। इसी नियम का फायदा उठाकर साइबर अपराधियों ने तमाम अकाउंट्स से काफी पैसे उड़ा दिए हैं। मुंबई के एक निजी बैंक के अकाउंट होल्डर्स के पास बीते दिनों कथित तौर पर बैंक की ओर से टेक्स्ट मैसेज गया। इस मैसेज में लिंक भेजकर ग्राहकों को केवाईसी करने और पैन अपडेट की लिंक साझा की गई थी। साथ ही यह बताया गया कि केवाईसी नहीं करने या पैन अपडेट नहीं होने के कारण उनका खाता ब्लॉक कर दिया गया है। मैसेज मिलते ही तमाम लोगों ने उस लिंक पर क्लिक कर अपना केवाईसी या पैन अपडेट करना शुरू कर दिया।
लिंक से बैंक की एक फर्जी वेबसाइट पर पूरा प्रॉसेस होता...
इस तरह के लिंक को ओपन करते ही ग्राहकों को उनके बैंक की एक फर्जी वेबसाइट खुलती है। अकाउंट होल्डर उस फर्जी वेबसाइट पर पहुंचता है जहां उनसे उनकी ग्राहक आईडी, पासवर्ड और अन्य गोपनीय विवरण दर्ज करने के लिए कहा जाता है। इस पूरे प्रॉसेस के दौरान कथित बैंक की ओर से भी एक फोन कई ग्राहकों को आया कि मोबाइल पर गई एक और ओटीपी को उसमें एड करें। ऐसा करने के बाद लोग ठगी के शिकार हो जा रहे हैं।
अभिनेत्री ने की पुलिस से शिकायत
साइबर ठगों में करीब 40 पीड़ितों में टीवी अभिनेत्री श्वेता मेनन भी शामिल हैं। श्वेता मेनन ने पुलिस को बैंक ठगी की शिकायत की है। मेनन ने बताया कि उसने नकली टेक्स्ट संदेश के एक लिंक पर क्लिक किया था, यह मानते हुए कि यह उसके बैंक का था। जो पोर्टल खुला, उसमें उसने अपना कस्टमर आईडी, पासवर्ड और ओटीपी दर्ज किया। श्वेता मेनन ने बताया कि उसे बैंक अधिकारी के रूप में प्रस्तुत एक महिला का भी फोन आया, जिसने उसे अपने मोबाइल नंबर पर प्राप्त एक और ओटीपी डालने के लिए कहा। इसके बाद उसके खाते से 57,636 रुपये काट लिए गए।