सार

रूपा गांगुली के लिए 'महाभारत' में द्रौपदी का किरदार निभाना आसान नहीं था। डेढ़ घंटे के मेकअप और सेट पर जल्दी पहुँचने से लेकर, उनके संघर्ष की कहानी अनसुनी है।

एंटरटेनमेंट डेस्क. एक एक्ट्रेस, जिसने द्रौपदी का किरदार इस तरह निभाया कि उसे अमर कर दिया। आज भी अगर कभी 'महाभारत' की द्रौपदी का जिक्र होता है तो सबसे पहले इसी एक्ट्रेस का नाम जेहन में आता है। लेकिन एक्ट्रेस के लिए पांच पांडवों की पत्नी का यह किरदार निभाना इतना आसान नहीं था। उसे इस दौरान काफी संघर्ष करना पड़ा था। द्रौपदी बनने के लिए लिए उसे डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी तो वहीं सेट पर भी जल्दी पहुंचना होता था। हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं, वे कोई और नहीं, बल्कि बी. आर. चोपड़ा के पॉपुलर टीवी शो 'महाभारत' में द्रौपदी का रोल कर चुकीं एक्ट्रेस रूपा गांगुली हैं।

रूपा गांगुली को कैसे मिला था द्रौपदी का रोल?

'महाभारत' में द्रौपदी के रोल के लिए बी. आर. चोपड़ा की पहली पसंद बॉलीवुड एक्ट्रेस जूही चावला थीं। यहां तक कि जूही उन तीन एक्ट्रेसेस में से एक थीं, जिन्हें द्रौपदी के रोल के लिए शॉर्ट लिस्टेड किया गया था। उनके अलावा बंगाली एक्ट्रेस रूपा गांगुली और साउथ इंडियन एक्ट्रेस राम्या कृष्णन का नाम भी इस लिस्ट में शामिल था। अर्जुन का रोल करने वाले फ़िरोज़ खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने जूही चावला के साथ अपने डायलॉग्स की रिहर्सल भी की थी। लेकिन इसी दौरान जूही को आमिर खान के अपोजिट फिल्म 'क़यामत से क़यामत तक' मिल गई और बी. आर. चोपड़ा ने उन्हें शो छोड़ फिल्म करने की इजाज़त दे दी। रूपा गांगुली बंगाली एक्ट्रेस होने के बावजूद हिंदी बहुत अच्छे से बोल लेती थीं और उनकी इसी काबिलियत के चलते बी. आर. चोपड़ा ने उन्हें द्रौपदी के रोल में कास्ट कर लिया।

द्रौपदी बनने में रूपा गांगुली को लगता था डेढ़ घंटे का वक्त

एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में रूपा ने बताया था कि उन्हें द्रौपदी के किरदार में ट्रांसफॉर्म होने में डेढ़ घंटे का वक्त लगता था। बकौल रूपा, "हर सुबह मैं बॉम्बे के जुहू स्थित अपने होटल से फिल्मसिटी के लिए निकलती थी और सुबह 5 बजे मेकअप रूम में होती थी। शूटिंग 7 बजे शुरू होती थी और मेरे मेकअप और हेयरड्रेसिंग में कम से कम डेढ़ घंटे से ज्यादा का वक्त लगता था। मेरे लम्बे बाल थे और खास तरह की ड्रेस पहननी होती थी। और भी कई चीजें थीं, जिनमें समय लगता था। इसलिए मैं सभी एक्टर्स से पहले वहां पहुंच जाती थी।" 

दो साल हमने अपने किरदारों को जिया: रूपा गांगुली

इंडिया टुडे से एक बातचीत में रूपा ने कहा था, "महाभारत के सेट पर हमारे बीच कॉम्पिटीटिव माहौल होता था। हम सभी को लगता था कि अगर वह अच्छा कर रहा है तो मुझे उससे बेहतर करना चाहिए। हम सभी अपने डायलॉग्स की प्रैक्टिस करते थे। हमने दो साल तक अपने किरदारों को जिया। जैसे मेरे मामले में चीर हरण सीन के पहले या बाद में मेरी कभी दुशासन (विनोद कपूर) से दोस्ती नहीं रही। मुझे उनके साथ बेहद अजीब महसूस होता था। हालांकि, वह बहुत अच्छे इंसान हैं। मुझे करण का किरदार सबसे ज्यादा पसंद था। पंकज धीर अच्छे इंसान हैं और उन्होंने यह किरदार बखूबी निभाया।" 

इसी बातचीत में रूपा ने यह भी बताया था कि उन्हें कुंती का रोल करने वाली नाजनीन बेहद पसंद थीं। वे ना केवल बेहद खूबसूरत थीं, बल्कि उनका बर्ताव भी काफी अच्छा होता था। रूपा के मुताबिक़, अर्जुन (फ़िरोज़ खान) सिर्फ कॉस्टयूम में अच्छे हैंडसम लगते थे, क्योंकि वे बेहद नॉटी थे।

रूपा को मोटी कहकर बुलाते थे डायरेक्टर रवि चोपड़ा

रूपा के मुताबिक़, 'महाभारत' के डायरेक्टर रवि चोपड़ा उन्हें मोटी कहकर बुलाते थे। इसलिए वे अपनी डाइट को मेन्टेन करती थीं। उनकी डाइट में सूप और डाइट फ़ूड ही होता था। लेकिन सेट पर बेहद लजीज खाना आता था और वे अपना डाइट फ़ूड खाने के बाद वे वह भी खा लिया करती थीं। दिन में दो-दो बार खाने की वजह से उनका वजन बढ़ जाता था।

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