सार
आरजेडी और उसके सहयोगी दलों ने चुनाव के तुरंत बाद ही चुनाव आयोग से कुछ विशेष सीटों पर दोबारा मतगणना की मांग की थी। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग ‘#बिहार_मांगे_रिकाउंटिंग’ जैसे हैशटैग्स के साथ कह रहे हैं कि चुनाव आयोग ने 25 सीटों पर दोबारा मतगणना के आदेश दे दिए हैं।
फैक्ट चेक डेस्क. बिहार चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं और नीतीश कुमार ने सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर पदग्रहण कर लिया है। हालांकि सोशल मीडिया पर अभी तक राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के समर्थक नतीजों को लेकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। पार्टी के लोगों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए इस शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया।
आरजेडी और उसके सहयोगी दलों ने चुनाव के तुरंत बाद ही चुनाव आयोग से कुछ विशेष सीटों पर दोबारा मतगणना की मांग की थी। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग ‘#बिहार_मांगे_रिकाउंटिंग’ जैसे हैशटैग्स के साथ कह रहे हैं कि चुनाव आयोग ने 25 सीटों पर दोबारा मतगणना के आदेश दे दिए हैं।
वायरल पोस्ट क्या है?
सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के पैरोडी अकाउंट के जरिए लिखा गया कि चुनाव आयोग ने दोबारा मतगणना की मांग स्वीकार कर ली है।
‘अखिलेश यादव पैरोडी’ नाम के ट्विटर अकाउंट ने लिखा, “चुनाव आयोग द्वारा 25 सीटों पर दोबारा मतगणना के आदेश. तेज़ रफ़्तार तेजस्वी सरकार!” खबर लिखे जाने तक इस पोस्ट को तकरीबन 6100 लोग लाइक कर चुके थे और करीब 716 लोग शेयर कर चुके थे।
फेसबुक पर भी ये दावा काफी वायरल है।
‘तेजस्वी फैन्स’ नाम के ट्विटर अकाउंट ने पोस्ट किया, “मेहनत रंग लाई...चुनाव आयोग द्वारा 25 सीटों पर दोबारा मतगणना के आदेश #बिहार_मांगे_रिकाउंटिंग” आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का समर्थन करने वाले सोशल मीडिया पेजों पर इसे खूब शेयर किया जा रहा है।
इस पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “अब स्थितियां साफ हो सकेंगी। चुनाव आयोग के इस निर्णय की सराहना और तेजस्वी यादव की हिम्मत को सलाम।”
फैक्ट चेक
ऐसे में हमने सोशल मीडिया पर बिहार चुनाव के मद्देनजर दोबारा मतगणना के दावे की सच्चाई जानने की कोशिश की। जांच-पड़ताल करने हमने गूगल सर्च किया तो ऐसी कोई बड़ी खबर हमें नहीं मिली। इसके उलट चुनाव आयोग ने रिकाउंटिंग की मांग को पूरी तरह खारिज कर दिया था और अब ये उम्मीदवार कोर्ट जाने की तैयारी में हैं।
सच क्या है?
बिहार चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए छह उम्मीदवारों ने दोबारा मतगणना की मांग की थी। लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी मांग को खारिज कर दिया था। ‘टाइम्स नाउ’ की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने इस बारे में बयान दिया, "दोबारा मतगणना कराने के लिए उम्मीदवारों की तरफ से सचमुच आवेदन आए थे। लेकिन जांच करने पर पता चला कि जो कारण वे बता रहे हैं, वह सही नहीं थे। इसलिए दोबारा मतगणना कराने की अर्जियां खारिज कर दी गईं।" उन्होंने ये भी कहा, "हमने सभी उम्मीदवारों को उनकी अर्जियां खारिज करने की वजह लिखित रूप में समझाई है।"
वहीं, ‘न्यूज 18 हिंदी’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, महागठबंधन के 21 उम्मीदवार अब इस मामले को लेकर कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर उम्मीदवार आरजेडी के हैं।
हमें चुनाव आयोग की वेबसाइट या सोशल मीडिया अकाउंट पर ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली जिसमें बिहार विधानसभा की 25 सीटों पर रिकाउंटिंग कराने का आदेश हो। आरजेडी के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी हमें रिकाउंटिंग से जुड़े चुनाव आयोग के ऐसे किसी आदेश का ब्यौरा नहीं मिला।
ये निकला नतीजा
जांच-पड़ताल के बाद ये साफ है कि चुनाव आयोग के बिहार विधानसभा की 25 सीटों पर दोबारा मतगणना करवाने का दावा पूरी तरह मनगढ़ंत है।