पेंच टाइगर रिजर्व के पास बाघ के साथ खेलते आदमी का वायरल वीडियो फर्जी निकला है। जांच में पाया गया कि वीडियो AI से छेड़छाड़ कर बनाया गया है। पेंच रिजर्व प्रशासन ने भी इसे सच्चा नहीं माना है। इस तरह के वीडियो शेयर करने से पहले जांच जरूर कर लें। 

Pench Tiger Reserve Viral Video Fake Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स को शेर के साथ खेलते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो अशोक बिजल्वाण नाम के X हैंडल से 28 अक्टूबर को एक पोस्ट के साथ शेयर किया गया, जिसमें कहा गया कि 4 अक्टूबर, 2025 को पेंच टाइगर रिजर्व के पास सीसीटीवी कैमरे में एक अनोखा पल कैद हुआ। इस वीडियो में 52 साल का एक मजदूर राजू पटेल देर रात नशे की हालत में एक बाघ को थपथपाते हुए दिख रहा है।

क्या वाकई बाघ को बिल्ली समझ बैठा शख्स?

वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि राजू ने नशे में बाघ को एक बड़ी बिल्ली समझ लिया और उसे भी शराब पिलाई। पोस्ट में बताया गया कि मानसून की बाढ़ से विस्थापित एक कम उम्र का बंगाल टाइगर पेंच टाइगर रिजर्व से भटककर ग्रामीण इलाके के करीब पहुंच गया था। बाघ को देख गांव वालों ने अपने दरवाजे बंद कर लिए, लेकिन राजू बिना डरे उसके पास पहुंचा और उसके सिर को सहलाने लगा। 5-10 मिनट तक दोनों साथ खड़े रहे लेकिन बाघ ने उस पर हमला नहीं किया। बाद में फॉरेस्ट के कर्मचारियों ने ट्रैंकुलाइर से बाघ को बेहोश कर पकड़ा और जंगल में छोड़ दिया।

वायरल वीडियो में क्या किया जा रहा दावा?

वायरल वीडियो में पेंच टाइगर रिजर्व के अंदर नशे में धुत एक शख्स को बाघ को सहलाते और उसे शराब पिलाते हुए दिखाया गया है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि शराब के नशे में डूबे व्यक्ति ने बाघ को एक बड़ी बिल्ली समझ लिया। कुछ देर में ही उसने अपने पास रखी बोतल से बाघ को कुछ घूंट शराब भी पिलाई। इतना ही नहीं, बाघ न तो उस व्यक्ति पर गुर्राया और ना ही उसने उसे चोट पहुंचाने की कोशिश की।

क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई?

बाघ और पेंच टाइगर रिजर्व जैसे कीवर्ड का यूज करके जब इंटरनेट पर सर्च किया गया, तो ऐसी किसी घटना से जुड़ी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट या मीडिया कवरेज नहीं मिली, जिसमें बाघ को शराब पिलाते हुए दिखाया गया। वहीं, पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह के मुताबिक, यह वीडियो टाइगर रिजर्व के भीतर किसी भी सड़क का नहीं है। वहीं, वायरल क्लिप की बारीकी से जांच करने के बाद पता चला कि फर्स्ट फ्रेम में आदमी के हाथ और उसके द्वारा पहनी गई पैंट में साफ फर्क दिख रहा है। वहीं, बाघ और उस शख्स की परछाई में भी अंतर दिख रहा है।

निष्कर्ष

बारीकी से वीडियो की जांच करने पर पता चलता है कि इस वीडियो में AI की मदद से छेड़छाड़ की गई है। इस तरह के किसी भी वीडियो पर भरोसा करने और उसे फॉरवर्ड करने से पहले उसकी जांच-पड़ताल जरूर कर लें।