सार
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि 30 नवंबर तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। बता दें कि स्कूल खोलने के निर्णय को पूरी तरह से राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों के ऊपर छोड़ा गया है।
फैक्ट चेक डेस्क: कोरोना महामारी के बीच लगभग सभी चीजों पर से प्रतिबंध हटा दिया गया है। ऐसे में स्कूलों के खुलने को लेकर अभी भी कंफ्यूजन बरकरार है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने सभी स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों को 30 नवंबर (November 30) तक बंद करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि स्कूल खोलने के निर्णय को पूरी तरह से राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों के ऊपर छोड़ा गया है।
फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
वायरल पोस्ट क्या है?
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि 30 नवंबर तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। 27 अक्टूबर से व्यापक स्तर पर व्हाट्सएप सहित अन्य प्लेटफार्मों पर गृह मंत्रालय की तरफ से ये पोस्ट शेयर किया जा रहा है, जो कहता है कि नए दिशानिर्देशों के अनुसार 30 नवंबर तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। क्या है इस वायरल पोस्ट की सच्चाई, आइए जानते हैं।
फैक्ट चेक
सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसी रिपोर्टें फर्जी हैं, जो दावा कर रही है कि 30 नवंबर तक स्कूल बंद रहेंगे। केंद्र की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक सितंबर में गृहमंत्रालय ने शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का निर्णय राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के लिए छोड़ दिया गया है, जो नवंबर 2020 तक के लिए वैध है। प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने गृह मंत्रालय (MHA) के दावा करने वाले इस फर्जी नोटिस से सावधान रहने का लोगों से आग्रह किया। पीआईबी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस बारे में एक फैक्ट-चैक ट्वीट किया है। जिसमे कहा गया है कि यह हेडलाइन मिसलीडिंग है।
ये निकला नतीजा
स्कूलों के 30 नवंबर तक के बंद रहने के आदेश का वायरल पोस्ट पूरी तरह से फर्जी है। इस तरह का कोई भी नोटिस केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी नहीं किया गया है। वास्तव में केंद्र ने स्कूलों और कॉलेजों को खोलने का निर्णय राज्य सरकारों पर छोड़ दिया है। कई राज्यों में स्कूल खोल भी दिए गए है। वहीं, कुछ राज्य इसपर विचार कर रहे हैं।