सार
गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा का एक पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। इस हिन्दी ट्वीट में लिखा था अगर देश के किसान सरकार के अत्याचारों से पीड़ित हैं तो पदक जीतने का कोई मतलब नहीं है।
फैक्ट चेक डेस्क. टोक्यो ओलंपिक में जैसे ही किसान के बेटे नीरज चोपड़ा और रवि दहिया ने भारत के लिए मेडल जीता। ट्विटर पर हैशटैग #FarmersShineInOlympics #FarmersProtest ट्रेंड करने लगा। इसके तुरंत बाद, गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा का एक पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। इस हिन्दी ट्वीट में लिखा था अगर देश के किसान सरकार के अत्याचारों से पीड़ित हैं तो पदक जीतने का कोई मतलब नहीं है। आइए जानते हैं क्या नीरज चोपड़ा ने पदक जीतने के बाद ऐसा कोई ट्वीट किया है या फिर वायरल हो रहे पोस्ट की सच्चाई क्या है।
क्या है वायरल ट्वीट में
कई यूजर्स ने ट्वीट के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा कि नीरज ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का खुलकर समर्थन किया है। जिस ट्विटर आईडी से इस स्क्रीन शॉट को वायरल किया जा रहा है वह @neeraj_chopra_” है। इस एकाउंट में करीब 24 हजार फॉलोअर्स हैं।
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क्या है नीरज का अकाउंट
नीरज चोपड़ा का एकाउंट ट्विटर के द्वारा वैरीफाइड है। उनका ऑफिशियल एकाउंट @Neeraj_chopra1 है। नीरज चोपड़ा ने 26 जुलाई के बाद 8 अगस्त को एक ट्वीट किया था। उन्होंने 8 अगस्त को गोल्ड मेडल जीतने के बाद ट्वीट किया था इसके बाद उन्होंने कोई ट्वीट नहीं किया है। नीरज का एकाउंट में ब्लू ट्रिक है। जबकि जिस ट्विटर हैंडल से किसानों को लेकर ट्वीट किया गया है वह वैरीफाइड नहीं है। इससे यह पता चलता है कि जो पोस्ट वायरल हो रही है वह नीरज चोपड़ा के द्वारा नहीं की गई है।