सार
करतारपुर कॉरिडोर अपने उद्घाटन से पहले ही विवादों में आ गया है। सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर किया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब में निशान शाहिब की बजाय पाकिस्तान का झंडा लगा दिया है।
नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण हो चुका है। इस कॉरिडोर के जरिए भारत के सिक्ख श्रद्धालु पाकिस्तान जाकर गुरुनानक साहेब के दर्शन कर सकेंगे। करतारपुर कॉरिडोर अपने उद्घाटन से पहले ही विवादों में आ गया है। सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर किया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब में निशान शाहिब की बजाय पाकिस्तान का झंडा लगा दिया है।
ये है दावा
वायरल मैसेज में एक फोटो शेयर की जा रही है, जिसकी छत पर पाकिस्तान का झंड़ा बना हुआ है। इस फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह फोटो करतारपुर गुरुद्वारे की है, जहां पाकिस्तान ने निशान साहिब की बजाय पाकिस्तान का झंडा लगा दिया है। निशान साहिब सिक्खों का विशेष झंडा होता है। यह झंडा हर गुरुद्वारे में लगाया जाता है।
ये है सच्चाई
वायरल मैसेज की सच्चाई जानने कि लिए जब पड़ताल की गई तो सच कुछ और ही नजर आया। वायरल मैसेज में किया जा रहा दावा पूरी तरह झूठा है। वायरल मैसेज में दिखाई गई फोटो करतारपुर साहिब की ही नहीं है। यह फोटो इमिग्रेशन सेंटर की है। पाकिस्तानी वेबसाइट "द एक्सप्रेस ट्रिब्यून" के एक आर्टिकल में यह फोटो है, जिसमें इमिग्रेशन सेंटर के बारे में पूरी जानकारी है। यह सेंटर पाकिस्तानी सरकार विदेश से आने वाले श्रद्धआलुओं के लिए बनाया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी करतारपुर साहिब की कुछ फोटोज शेयर की थी। ये फोटो भी वायरल फोटो से बिल्कुल अलग हैं।