सार
बाटी वैसे तो कई राज्यों में लोग शौक से खाते हैं, लेकिन यह राजस्थान का खास व्यंजन है। वहां दाल-बाटी का प्रचलन काफी है। बाटी कई तरह से तैयार की जाती है। खास मौकों पर यह व्यंजन जरूर बनाया जाता है।
फूड डेस्क। बाटी वैसे तो कई राज्यों में लोग शौक से खाते हैं, लेकिन यह राजस्थान का खास व्यंजन है। वहां दाल-बाटी का प्रचलन काफी है। बाटी कई तरह से तैयार की जाती है। खास मौकों पर यह व्यंजन जरूर बनाया जाता है। सर्दियों में बाटी में मटर मिला कर बनाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। जानें इसकी रेसिपी।
आवश्यक सामग्री
- जरूरत के मुताबिक गेहूं का आटा
- एक कप हरा मटर
- आधा चम्मच जीरा पाउडर
- आधा चम्मच अजवाइन
- 2-3 हरी मिर्च
- एक छोटा टुकड़ा अदरक
- एक चुटकी बेकिंग सोडा
- 4-5 चम्मच देशी घी
- नमक स्वाद के अनुसार
बनाने की विधि
पहले हरे मटर के दाने, हरी मिर्च और हरा दनिया को मोटा पीस लें। इसक बाद एक बाउल में आटा, मटर का पेस्ट, घी, अजवाइन, जीरा पाउडर, नमक और बेकिंग सोडा को ठीक से मिला लें। इसे हल्के गर्म पानी से थोड़ा कड़ा गूंथ लें और 10 मिनट तक छोड़ दें। इसके बाद हाथ में घी लगा कर आटे की छोटी-छोटी लोइयां बना लें और उसे गोल करते हुए थोड़ा चिपटा कर एक प्लेट में रखें। इसके बाद बारी-बारी से बाटी को घी लगा कर दोने तरफ से सेंक लें। एक तरफ जब बाटी हल्का ब्राउन कलर का हो जाए तो तभी पलटें और दूसरी तरफ भी ठीक से बेक करें। इसके बाद बाटी को घी में डुबो कर छोड़ दें। बाटी काफी घी सोख लेगी। अब इसे दाल और चटनी के साथ गरमागरम परोसें। आम तौर पर इसे दोपहर या रात के भोजन के रूप में खाया जाता है।