सार

16 अक्टूबर यानी कि आज पूरी दुनिया में विश्व खाद्य दिवस मनाया जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं भारत के सबसे अजीबो-गरीब फूड आइटम्स के बारे में...

फूड डेस्क : खाना हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा है और हम इसके बिना जीवित नहीं रह सकते है। खाना सिर्फ हमारी भूख नहीं मिटाता बल्कि हमारी आत्मा को तृप्त भी करता है। यूं तो भारत में कई तरह के फूड आइटम्स बनाए जाते हैं। जिसमें मुंबई के वड़ा पाव से लेकर पंजाब के छोले भटूरे, राजस्थान की दाल बाटी से लेकर साउथ का डोसा तक मशहूर है लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में कुछ ऐसे डिशेज भी बनाई जाती है, जिनका नाम सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। तो चलिए आज विश्व खाद्य दिवस (World Food day 2022) के मौके पर हम आपको बताते हैं ऐसे 10 फूड आइटम के बारे में जो खाने में तो दूर सुनने में भी बेहद अजीब लगते हैं...

प्याज का हलवा
प्याज के हलवे को मक्खन में भूनकर और फिर दूध और चीनी के साथ धीमी आंच पर पकाकर बनाया जाता है, इसका स्वाद बेहद लाजवाब होता है। लेकिन कई लोग इसका नाम सुनकर इसे नहीं खाते है।

मेमने का भेजा
भेजा फ्राई या ब्रेन फ्राई हैदराबाद और लखनऊ में खूब लोकप्रिय है, हालांकि यह देश के अन्य हिस्सों में भी बहुत लोकप्रिय है। लेकिन यहां मेमने के दिमाग को भूनकर करी के साथ पकाया जाता है।

एरी पोलु
रेशम के कीड़ों के प्यूपा से बना यह असम का एक प्रमुख व्यंजन है। कहा जाता है कि ये डिश  प्रोटीन, वसा, खनिज, अमीनो एसिड और विटामिन का अच्छा स्रोत हैं। यहां लाल चींटी से चपराह चटनी भी बनती है।

चींटी की चटनी
छत्तीसगढ़ में चींटियों की चटनी बनाकर खाई जाती है। जी हां, यह डिश लाल चीटियों उनके अंडे और कुछ मसालों के साथ बनाई जाती है। ये लोग गार्निशिंग के लिए भी जिंदा लाल चींटियों का इस्तेमाल भी करते हैं।

मेंढक के पैर
यह सिक्किम के लेपचा के सबसे अधिक मांग वाले व्यंजनों में से एक है। यहां पर मेंढक के पैरों को फ्राई करके बनाया जाता है।

कुत्ते का मांस
नागालैंड और मिजोरम में कुत्ते का मांस बहुत लोकप्रिय है और कहा जाता है कि यह चिकन के मांस से भी महंगा और पौष्टिक होता है।

हल्दी का हलवा
जनवरी में मकर संक्रांति के आसपास उपलब्ध, हल्दी से बना यह स्वादिष्ट हलवा सर्दी से लड़ने और प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाला माना जाता है।

खोरीसा
यह एक लोकप्रिय असमिया व्यंजन है जिसमें कद्दूकस किया हुआ बांस का अंकुर होता है और इसे किण्वित, कच्चा या अचार के रूप में खाया जाता है।

काला चावल
काला चावल को जादू के चावल के रूप में भी जाना जाता है, यह स्वास्थ्य लाभ से भरा है और इसे मणिपुर, केरल और उत्तरी बेंगा में खाया जाता है।

भांग पकोड़े 
भांग के पत्तों का उपयोग एक लोकप्रिय भारतीय व्यंजन बनाने में किया जाता है। यह विशेष रूप से बसंत की शुरुआत-शिवरात्रि और होली के आसपास खूब बनाई जाती है। इसे खाने से नशे होते है।

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