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सरकार ने जारी की मंदिर खोलने की गाइड लाइन, हमारे ग्रंथों में भी बताए गए हैं दर्शन से जुड़े ये नियम
उज्जैन. कोरोना वायरस के चलते लंबे समय से बंद पड़े मंदिरों को केंद्र सरकार ने भक्तों के लिए पुन: खोलने की गाइड लाइन जारी की है। काशी के धर्मशास्त्र के जानकार पं. गणेश मिश्र के अनुसार, हमारे शास्त्रों में भी मंदिर में जाने व दर्शन करने से जुड़े अनेक नियम बताए गए हैं, लेकिन इन छोटी-छोटी बातों पर आजकल कोई ध्यान नहीं देता। आज हम आपको मंदिर में प्रवेश व दर्शन से जुड़े ऐसे ही कुछ नियमों के बारे में बता रहे हैं, जो इस प्रकार हैं-
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1. दूसरों से उचित दूरी रखें और किसी के आगे न खड़े हों
मंदिर में दर्शन और प्रार्थना के लिए जाएं तो आसपास वाले लोगों से थोड़ी दूरी बनाकर रखनी चाहिए। मंदिर में दूसरों के स्पर्श से बचना चाहिए। ऐसा करने पर पूजा से आपका और दूसरों का ध्यान नहीं हटेगा। मंदिर में दर्शन के दौरान किसी के आगे नहीं खड़ा होना चाहिए। न ही किसी के आगे की तरफ से निकलना चाहिए। इसका दोष लगता है।
2. फोटोग्राफी और मनोरंजन से बचना
मंदिर में फोटोग्राफी और किसी भी तरह का मनोरंजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से धर्म स्थल की गरिमा और लोगों की श्रद्धा प्रभावित होती है। मानसिक शांति और अपनी गलतियों को सुधारने के लिए लोग मंदिरों में जाते हैं। इसलिए इन चीजों से बचना चाहिए।
3. काले कपड़े न पहनें
मंदिर सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र होते हैं। जहां मानसिक शांति मिलती है। काला रंग नकारात्मकता पैदा करता है। इसलिए किसी भी मंदिर में जाते वक्त काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। मंदिर जाते समय सफेद, पीले और हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए। गहरे नीले रंग के कपड़ों से भी बचना चाहिए।
4. तेज आवाज में बोलने और हंसने से बचें
मंदिरों में भूल से भी आपस में हंसी-मजाक न करें। धर्म स्थल पर मन को एकाग्र रखना चाहिए। तेज आवाज में बोलना भी ठीक नहीं है। ऐसा करने से दूसरों का ध्यान पूजा से हट जाता है। जिससे दोष भी लगता है।
5. उल्टी परिक्रमा न करें
कुछ लोग अज्ञानता के कारण उल्टी परिक्रमा कर लेते हैं। हमेशा परिक्रमा उल्टे हाथ की तरफ से शुरू कर के सीधे हाथ की ओर खत्म करनी चाहिए। इसके अलावा शिवलिंग की आधी परिक्रमा करनी चाहिए।
6. बेल्ट पहनकर न जाएं
मंदिर में कभी बेल्ट पहनकर या चमड़े की चीजें नहीं ले जाना चाहिए। चमड़े को अशुद्ध माना गया है। ऐसा करने से पाप लगता है।