- Home
- States
- Bihar
- बिहार के 31 VIP की ऐसी होगी सुरक्षा,जेल में बंद लालू को Z प्लस तो नीतीश को ASL प्रोटेक्शन,देखें पूरी लिस्ट
बिहार के 31 VIP की ऐसी होगी सुरक्षा,जेल में बंद लालू को Z प्लस तो नीतीश को ASL प्रोटेक्शन,देखें पूरी लिस्ट
पटना (Bihar) । बिहार चुनाव (Bihar Election) से पहले 31 वीआईपी के सुरक्षा को लेकर मीटिंग हुई। जिसमें किस वीआईपी को कितना खतरा है का आकलन किया गया। इसके बाद राज्य सुरक्षा समिति ने निर्णय लिया। बता दें कि 21 सितंबर को हुई इस सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को जहां एएसएल प्रोटेक्शन दिया गया वहीं, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav और उनकी पत्नी व पूर्व सीएम राबड़ी देवी (Rabri Devi) को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई। आईये जानते हैं किस वीआईपी को कैसी उपलब्ध कराई गई सुरक्षा।
| Published : Sep 27 2020, 10:30 AM IST / Updated: Sep 27 2020, 10:37 AM IST
- FB
- TW
- Linkdin
राज्य सुरक्षा समिति ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जेड प्लस और एएसएल प्रोटेक्टि सुरक्षा दायरे में रखा गया है। बता दें कि एएसएल प्रोटेक्टी वीवीआईपी अगर कहीं जाते हैं तो उसके पहले सुरक्षाकर्मियों की एक टीम उस जगह का पहले ही मुआयना करती है।
राजद सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और जीतनराम मांझी को जेड प्लस सुरक्षा घेरे में रखा गया है।
बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान,मंत्री अशोक चौधरी, सांसद ललन सिंह, पूर्व सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन,जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार और बिहार में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई।
राज्य सुरक्षा समिति ने 17 विशिष्ट लोगों को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इनमें विधान सभा के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, विधायक मदन मोहन झा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद शरद यादव, पूर्व मंत्री शकील अहमद, सांसद पशुपति कुमार पारस, पूर्व विधायक रणविजय सिंह, सांसद सुशील कुमार सिंह, पूर्व मंत्री पीके शाही, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह, , पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव और पूर्व मंत्री अनिल कुमार शामिल हैं।