सुशांत की तरह मुंबई में हुई है इस एक्टर की मौत, बिहार की राजनीति से रहा है गहरा नाता
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एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई नीरज कुमार सिंह बबलू छातापुर से विधायक हैं। वे भाजपा की राजनीति करते हैं, जबकि अक्षत उत्कर्ष के दादा डॉ.रामकिशोर चौधरी 1980-85 के दौर में भाकपा के बड़े नेताओं में जाने जाते थे, जो बाद में वे कांग्रेस में चले गए थे। वह एमपीएस साइंस कॉलेज के प्राचार्य से सेवानिवृत्त हुए थे।
अक्षत उत्कर्ष मूलरूप से सिवाईपट्टी थाना के सुरजन पकड़ी गांव के रहने वाले थे। सिकंदरपुर के नाला रोड में उनका बड़ा मकान है। विजयंत चौधरी उर्फ राजू चौहान के इकलौती संतान था। उनके पिता जेनरेटर से बिजली आपूर्ति के कारोबार से जुड़े है। वहीं, चाचा विक्रांत किशोर मुजफ्फरपुर कृषि विभाग में कार्यरत थे। कुछ वर्ष पहले उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था।
अक्षत उत्कर्ष ने लखनऊ के एमिटी विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद फिल्म के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए मुंबई चले गए।
पति राजू चौहान के मुताबिक वहां अंधेरी वेस्ट में तीन कमरे के एक फ्लैट में रहकर संघर्ष कर रहे थे। उस फ्लैट के एक कमरे में स्नेहा चौहान व दूसरे में यश नाम का युवक रहते थे। यश इन दिनों घर गए थे।
मुजफ्फरपुर थाने में दिए गए तहरीर के मुताबिक राजू चौहान ने आरोप लगाया है कि स्नेहा अक्षत पर अपनी बहन के माध्यम से शादी करने के लिए दबाव बना रही थी, जबकि उसने इनकार कर दिया था। साथ ही यह भी कहा कि वो अपने माता-पिता की मर्जी से शादी करेगा, जिसकी बौखलाहट में स्नेहा ने उसकी हत्या करवा दी।
पुलिस को दी गई तहरीर में पिता ने कहा है कि 27 सितंबर की रात अक्षत ने करीब 9:00 बजे उन्हें फोन किया था। वो उस समय डरा हुआ लग रहा था। लेकिन, अचानक उसने फोन काट दिया, फिर फोन रिसीव नहीं किया।
पीड़ित पिता के मुताबिक बाद में स्नेहा चौहान ने ही उसके फुफेरे भाई को बताया कि अक्षत ने आत्महत्या कर ली है। इस पूरे मामले में साजिश का आरोप लगाते हुए अक्षत के पिता ने मामले की गहन जांच की मांग की है। वहीं, मुंबई पुलिस इस केस को आत्महत्या बता रही है।