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जीतनराम मांझी का हमला, बोले- लालू यादव के बेटे तेजप्रताप की बदजुबानी से गई रघुवंश प्रसाद की जान
पटना (Bihar) । पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज समाजवादी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh Death) के निधन पर बिहार में राजनीति भी शुरू हो गई है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने लालू परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शोक संवेदना जताने के साथ मांझी ने कहा, रघुवंश बाबू की इस हालत के लिए लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनका परिवार दोषी है। बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को स्थापित करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बलि चढ़ा रहे हैं।
| Published : Sep 14 2020, 11:24 AM IST
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जीतनराम मांझी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया, "हमें इस बात की भारी चिंता है कि तपस्वी और समाजसेवी रघुवंश बाबू, जो 32 साल तक लगातार लालू के साथ रहे और अंतिम समय में उनके खानदान की ओर से यह कहा गया कि समुद्र में एक लोटा पानी बाहर ही हो जाएगा तो क्या होगा। इस बात से उन्हें काफी चोट पहुंची होगी।"
मांझी ने कहा कि इसी चोट से रघुवंश बाबू उबर नहीं सके। इसलिए मैं कहता हूं कि रघुवंश बाबू का निधन लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के कारण हुआ है। मांझी ने यह भी कहा कि रघुवंश बाबू का निधन देश के लिए बड़ी क्षति है। उनके निधन से मैं काफी दुखी हूं। मैं भगवन से प्राथना करता हूं कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।
बताते चले कि रघुवंश प्रसाद सिंह राजद में रामा सिंह के एंट्री के प्रयास के बाद रघुवंश प्रसाद ने इस्तीफा दे दिया था और इलाज के लिए दिल्ली चले आए थे। उनके जेडीयू में जाने की अटकलें शुरू थीं इसी दौरान लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने बयान दिया था कि समुद्र से एक लोटा पानी चले जाने के बाद समुद्र पर कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने रघुवंश की तुलना लोटे के पानी से की थी। हालांकि तेजप्रताप ने बाद में इस बयान के लिए माफी मांग ली थी।
कहा तो यह भी गया कि लालू, तेज प्रताप के बयान से काफी नाराज हुए थे और रिम्स में मिलने पहुंचे बेटे को फटकार भी लगाई थी। इसके बाद निधन से पहले रघुवंश ने अस्पताल से एक भावुक चिट्ठी सार्वजनिक की थी। इसमें उनके इस्तीफे की घोषणा थी।
लालू ने रिम्स से ही इस्तीफे का जवाब दिया था और उनका इस्तीफा अस्वीकार कर दिया था। रघुवंश की एक और चिट्ठी सामने आई थी जिसमें उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से वैशाली से जुड़े चार मुद्दों पर काम करने की अपील की थी।