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- ...तो रिम्स में बीमारी के बहाने बिहार चुनाव कंट्रोल कर रहे लालू यादव, RJD नेता के खुलासे से लोग हैरान
...तो रिम्स में बीमारी के बहाने बिहार चुनाव कंट्रोल कर रहे लालू यादव, RJD नेता के खुलासे से लोग हैरान
पटना/रांची। भ्रष्टाचार मामले में जेल की सजा काट रहे आरजेडी चीफ लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पहले ही जेल में बीमारी के बहाने दरबार सजाने के आरोप में झारखंड सरकार और RJD की काफी किरकिरी हुई थी। अब उन्हीं की पार्टी के नेता के खुलासों से पार्टी बैकफुट पर है। एक पार्टी नेता का वीडियो वायरल है जिसमें वो बता रहे हैं कि सजा काट रहे लालू यादव से रोज उनकी क्या बात होती है? बिहार चुनाव (Bihar Polls 2020) को लेकर एनडीए (NDA) जेल में लालू के ठाठ और भ्रष्टाचार को पहले से ही मुद्दा बना रहा है। अब आरजेडी नेता के खुलासों से लालू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विपक्ष पहले ही उन्हें सजायाफ्ता कैदी और होटवार जेल के सरगना बताता आ रहा है।
| Published : Sep 21 2020, 01:20 PM IST / Updated: Sep 21 2020, 01:26 PM IST
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दरअसल, लालू को लेकर जो वीडियो वायरल हो रहा है वो आरजेडी नेता कमलेश शर्मा (Kamlesh Sharma) का है। कमलेश कह रहे हैं कि उनकी रोज लालू से बात होती है। लालू फोन के जरिए आरजेडी के कार्यक्रमों की तस्वीरें भी मांगते हैं। वे जेल से फोन के जरिए लगातार बाहर के लोगों से संपर्क बनाए हुए हैं। कमलेश शर्मा पहले जेडीयू (JDU) में थे। हाल ही में उन्होंने आरजेडी जॉइन की है। वो गया के टेकारी विधानसभा में आरजेडी प्रत्याशी के रूप में जनसम्पर्क भी कर रहे हैं। तेजप्रताप यादव (TejPratap Yadav) ने पिछले हफ्ते गया (Gaya) में उनके सिर पर हाथ रखने का ऐलान किया था।
लालू को चारा घोटाला केस में सजा मिली थी। उन्हें रांची की होटवार जेल (Hotwar Jil Ranchi) में रखा गया था। हालांकि बाद में उनकी खराब तबियत का हवाला देकर रांची के रिम्स (RIMS) में भर्ती कर दिया गया था। बाद में उनकी परेशानियों को देखते हुए रिम्स प्रशासन ने पेड वार्ड में शिफ्ट कर दिया। (फाइल फोटो)
कुछ हफ्ते पहले तक वो पेड वार्ड में ही रहे। लेकिन बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के साथ ही रिम्स प्रशासन ने आरजेडी चीफ को केली बंगले में शिफ्ट कर दिया। लोकल मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला कि यहां लोग लालू से मिलने आते हैं। केली बंगले में उनका दरबार सजता है जहां बिहार चुनाव के दावेदार पहुंचकर टिकट के लिए इंटरव्यू देते और बायोडाटा जमा करते हैं। (फाइल फोटो)
चुनाव लड़ने के इच्छुक कुछ फिल्मी सितारों और अफसरों को भी यहां देखा गया। महागठबंधन (Mahagathbandhan) के नेता भी केली बंगले में आकार लालू से मिले। रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) पर बयान के बाद तेजप्रताप यादव की भी यहां पेशी हुई थी। बंगले के बाहर लगातार भीड़ बढ़ने और जेल मैनुअल के उल्लंघन के बाद लालू विपक्ष के निशाने पर आए। हाईकोर्ट में भी एक याचिका लगाकर उन्हें वापस जेल शिफ्ट करने की मांग हुई। (फाइल फोटो)
मामले के तूल पकड़ने और किरकिरी के बाद रांची प्रशासन ने 24 घंटे निगरानी के लिए तीन मजिस्ट्रेट की टीम तैनात की। केली बंगले के आसपास कोरोना की सख्त गाइडलाइन के साथ तगड़ा पुलिस बंदोबस्त भी किया गया। धीरे-धीरे ये मामला ठंडा पड़ता दिखा। हालांकि विपक्ष लगातार इसे मुद्दा बना रहा है। अब आरजेडी नेता के बयान के बाद ये मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। (फाइल फोटो)
जेडीयू मंत्री नीरज सिंह (Neeraj Singh) ने कहा कि लालू आदतन अपराधी हैं। झारखंड की हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार ने लालू को जेल नहीं, ऐशगाह में रखा है। जेल नियमों के खिलाफ उन्हें तमाम सुविधाएं दी जा रहीं हैं। जेडीयू के दूसरे नेता अजय आलोक (Ajay Alok) ने आरोप लगाया कि जेल में लालू के पास एक नहीं, चार-चार फोन हैं। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट (SC) से संज्ञान लेने की अपील की है। (फाइल फोटो)
उधर, बैकफुट पर दिख रही आरजेडी ने अपने नेता के बयान से पल्ला झाड़ने की कोशिश की। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari) ने सफाई में कहा कि महज दिखावे भर के लिए लोग कुछ भी बोल देते हैं। कमलेश शर्मा का बयान वैसा ही है। पार्टी का इससे कोई लेनदेना नहीं है। वो पार्टी में किसी भी पद पर नहीं हैं। (फाइल फोटो)