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जब दोरोगा SP साहब की गाड़ी रोककर मांगने लगा रिश्वत, ये नजारा देख सब चौंक गए, लोगों को याद आया 'गंगाजल' का सीन
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दरअसल, रियल लाइफ लाइफ में यह फिल्मी अंदाज वाला मामला शेखपुरा का है, जहां दरोगा रणवीर प्रसाद सड़कों पर वाहनों को रोककर धौंस दिखाकर सौ-पचास रुपए की अवैध वसूली करता था। उसकी वसूली से तंग आकर इलाके के लोगों ने यह शिकायत जिले के एसपी कार्तिकेय शर्मा से कर दी। एसपी ने अवर निरीक्षक को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई।
बता दें कि दरोगा की करतूत जानने और उसको रंगेहाथ पकड़ने के लिए एसपी कार्तिकेय शर्मा बिना वर्दी के आम लोगों की तरह बाइक चलाकर पहुंचे। इस दौरान दरोगा एसपी को नहीं पहचान सका और उनकी बाइक को रोक दिया। जब एसपी ने जाने को कहा तो उनसे पैसे की मांग करने लगा। इतना ही नहीं पैसा नहीं देने पर रौब भी दिखाने लगा। दरोगा का दबंगाई और स्टाइल देखकर खुद एसपी भी चौंक गए। फिर एसपी ने तत्काल खड़े-खड़े दरोगा को सस्पेंड कर दिया।
एसपी कार्तिकेय शर्मा मीडिया से बात करते हुए बताया कि अवर निरीक्षक रणवीर चांदी पहाड़ से पत्थर और डस्ट लेकर निकलने वाले वाहनों को रोकता था। इसके बाद उनको कानून की धमकी देकर अवैध वसूली करने लगता। जिसकी शिकायत जब लोगों ने हमको दी तो हम उसे पकड़ने के लिए निकल पड़े।
बता दें कि एसपी कार्तिकेय शर्मा एक पखवाड़े के अंदर 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी पुलिसकर्मी शेखपुरा और चेहरा थाना क्षेत्र से जुड़े थे। एसपी घूंसखोर पुलिसवालों को रंगेहाथ पकड़ने के लिए लगातार देर रात सड़कों पर गश्त कर रहे हैं और वसूली करने वाले पुलिसकर्मियों पर नजर रख रहे हैं।
एसपी कार्तिकेय शर्मा बिहार कैडर के 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह अक्सर अपने काम के अंदाज के चलते चर्चा में बने रहते हैं। एसपी साहब मूल रुप से झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले हैं। उनका जन्म 4 सितंबर 1988 को हुआ था। कार्तिकेय शर्मा की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा रांची में हुई। इसके बाद 2009 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की। बाद में आईआईएम अहमदाबाद से पीजीडीएम की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी के जरिए आईपीएस सलेक्ट हुए।