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घरवालों ने बेटी का कर दिया था अंतिम संस्कार...लेकिन 3 साल बाद मिली जिंदा..सामने आई शॉकिंग कहानी
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मोहनिया डीएसपी रघुनाथ सिंह के मुताबिक साल 2018 में देवराढ़ कला के बगल में बसही नहर के पास से एक महिला का शव बरामद हुआ था, जिसकी पहचान सही तरीके से नहीं हो पा रही थी। लेकिन, मायके वालों ने उसे अपनी बेटी के चप्पल, कपड़े और रुमाल बताते हुए से उसकी पहचान की थी और शव का दाह संस्कार भी कर दिया गया था।
मायके वालों ने बेटी के पति, सास, ससुर और ननद, नंदोई पर हत्या करने का केस दर्ज कराया था। लेकिन, जांच में जुटी पुलिस को महिला के मरने के सबूत नहीं मिल रहे थे। इसी बीच पुलिस को महिला के यूपी के सोनभद्र जिला से की खबर पुलिस को मिली।
पुलिस के मुताबिक सोनभद्र से महिला और उसके प्रेमी को पकड़ लिया। बता दें कि प्रेमी रिश्ते में महिला का जीजा भी लगता है, जो पहले ही शादीशुदा था। दोनों का दो साल साल का बच्चा भी है और उसके प्रेमी की पहली पत्नी से भी दो बच्चे हैं, जो साथ ही रहते हैं।
पुलिस के मुताबिक महिला ने बताया कि उसकी शादी कुदरा थाना के देवराढ़ कला में हुई थी। लेकिन, उसका पति उसे मारता-पीटता था, जिसके बाद मैं मायके चली गई थी। वहां पर रिश्ते में लगने वाले जीजा से मुझे प्यार हो गया फिर हम दोनों भागकर शादी कर ली थी। अब मैं उन्हीं के साथ रहना चाहती हूं, मेरा दो साल का बच्चा भी है।
महिला की मां का कहना है कि कुदरा थाना के बसहीं नहर के पास 2018 में लाश मिली थी,जिसकी चप्पल और रुमाल से पहचान करते हुए मुझे लगा वो मेरी बेटी है, फिर हमने उसका दाह संस्कार कर दिया। लेकिन पुलिस ने इसे जिंदा पकड़ लिया है, जिसे देखकर हम सब हैरान हैं।