बिहार में MLA बनना चाहते हैं IAS-IPS अफसर, आरजेडी में अफसरों की लगी भीड़
पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजद में उम्मीदवार घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए दावेदारी करने वालों से उनका बायोडाटा मांगा गया है। खबर है कि अब तक करीब 900 लोग अपना बायोडाटा राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को सीधे तौर पर सौंप चुके हैं। इनमें 40 से अधिक प्रथम श्रेणी के अवकाश प्राप्त प्रशासनिक, पुलिस, आर्थिक सेवा व आयकर के अफसर शामिल हैं। इसके अलावा प्रोफेसर व डॉक्टर्स की संख्या भी अच्छी खासी है।
| Published : Aug 26 2020, 10:53 AM IST / Updated: Sep 04 2020, 08:43 PM IST
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अभी तक दो से 24 पेज तक के बायोडाटा सौंपे गए हैं। अधिकतर डाटा डिजाइनदार हैं। ऐसे भी बायोडाटा हैं, जिसमें राजद सुप्रीमो के परिवार व राजद अध्यक्ष के फोटो भी लगाए गए हैं। करीब 30 फीसदी बायोडाटा ही सादा पेज पर हैं। कुछ लोगों ने अपने बायोडाटा रंगीन पेजों पर सजवाए हैं। (फाइल फोटो)
बात अगर बायोडाटा भेजने वाले प्रमुख चेहरे की करें तो इनमें रिटायर्ड सेल्स टैक्स कमिश्नर दिंगबर तिवारी, डीजी रैंक के अधिकारी रहे अशोक कुमार गुप्ता व रिटायर्ड आइपीएस श्रीधर मंडल ने आदि शामिल हैं। (फाइल फोटो)
अभी तक सबसे अधिक बायोडाटा पटना व मगध प्रमंडल से आए हैं। इन दोनों प्रमंडलों की 69 विस क्षेत्रों के लिए अभी तक 360 से अधिक आवेदन आ चुके हैं। इसक बाद मुंगेर व भागलपुर प्रमंडल की 34 विस क्षेत्र में अब तक 250 से अधिक उम्मीदवार आवेदन दे चुके हैं। सारण व तिरहुत प्रमंडल में 73 विस क्षेत्रों के लिए अभी तक करीब 140 व दरभंगा,सहरसा (कोसी) व पूर्णिया प्रमंडल की 67 विधानसभाओं में के लिए करीब 150 बायोडाटा आ चुके हैं। (फाइल फोटो)
सभी बायोडाटाओं को विधानसभावार सूची बनाकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास स्थित राजद कार्यालय में भेजा जा रहा है। यहां संसदीय बोर्ड की बैठक में इन्हें रखा जाएगा।
निजी एजेंसी ने उपयुक्त विधानसभा प्रत्याशियों की खोज व फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। पार्टी ने उन्हें सभी छह सौ से अधिक ब्लॉकों के अध्यक्षों तक के नंबर जिला अध्यक्ष के दे दिए हैं। वह एजेंसी इनसे भी जरूरी जानकारी ले सकती है। (फाइल फोटो)
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि काफी संख्या में हर वर्ग के इच्छुक लोगों के बायोडाटा आ रहे हैं। यह सकारात्मक पहलू है। लोकतांत्रिक ढंग से यह कवायद की जा रही हैं। इन बायोडाटाओं को संसदीय बोर्ड के सामने रखा जाएगा।