चचेरी साली करिश्मा के RJD में आने से भड़के लालू यादव के लाल तेजप्रताप, कह दी ये बातें
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तेज प्रताप यादव ने कहा कि इस मसले पर मुझसे कोई राय नहीं ली गई है। उन्होंने तेजस्वी यादव के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर करिश्मा को लेकर पार्टी को इतनी जल्दबाजी क्यों थी?
तेज प्रताप ने कहा कि इसी महीने जब तलाक मामले की सुनवाई होनी है तब क्यों इस बीच उसी परिवार के सदस्य को पार्टी में ज्वाइन कराया गया, ये सही नहीं है।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि जिस चन्द्रिका राय के परिवार से मैं कोर्ट में केस लड़ रहा हूं, उनके खानदान के किसी भी शख्स को हम स्वीकार नहीं कर सकते। फिर, चाहे क्यों ना वो करिश्मा राय ही हो। मैं पार्टी के इस फैसले से बेहद नाराज हूं।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि हमें उस परिवार के किसी भी सदस्य पर तनिक भी भरोसा नहीं, जिसने हमारी जिंदगी खराब की है। हमें उस परिवार के किसी भी सदस्य पर तनिक भी भरोसा नहीं, जिसने हमारी जिंदगी खराब की है।
बता दें कि ऐश्वर्या राय ने बिहार की पूर्व सीएम व अपनी सास राबड़ी देवी और ननद मीसा भारती पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उसी वक्त से ये कयास लगाया जा रहा है कि पारिवारिक न्याय पाने में विफल रहने वाली ऐश्वर्या राय राजनीतिक न्याय हासिल करने के लिए तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के सामने चुनौती बनेंगी।
बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही एक बार फिर ये अटकलें तेज हो गई हैं कि लालू की बहू इस बार चुनाव मैदान में अपने ही परिवार के विरुद्ध मुकाबले में रहेंगी। हालांकि लालू परिवार ने बड़ा दांव खेलते हुए चंद्रिका राय के परिवार की एक सदस्य को शामिल करने का फैसला किया है।
आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की उपस्थिति में करिश्मा राय ने राजद ज्वाइन किया है। बता दें कि करिश्मा विधानचंद्र राय की बेटी हैं। विधानचंद्र राय लालू प्रसाद यादव के समधी चन्द्रिका राय के बड़े भाई हैं।
विधानचंद्र राय और लालू यादव में पुरानी दोस्ती रही है। ऐसे में चुनावी साल में लालू ने उनकी बेटी को पार्टी में शामिल कर चंद्रिका राय पर दबाव बनाने की कोशिश की है।
तेजप्रताप यादव से तलाक प्रकरण को लेकर लालू और चंद्रिका राय के परिवार में 36 का आंकड़ा चल रहा है। ऐसे में RJD के इस कदम को अहम मान जा रहा है। विधानचंद्र राय एक व्यवसायी हैं और चन्द्रिका राय के परिवार से इनकी कुछ दूरियां हैं।
जानकारों का मानना है कि चंद्रिका राय के परिवार पर दवाब बनाने और यादवों के बीच अपनी सोच को बदलने के लिए लालू यह बड़ा प्रयोग कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि आरजेडी करिश्मा राय के जरिये संदेश देना चाहती है कि आज भी लालू परिवार दरोगा राय के परिवार के साथ खड़ा है और वह यादवों के सबसे बड़े हितैषी हैं।
करिश्मा राय की पार्टी में ज्वाइनिंग के मामले में तेजप्रताप ने कहा है कि पार्टी का फैसला अहम होता है। अगर पार्टी करिश्मा राय को ज्वाइन करा रही है, तो जरूर कुछ बात होगी।
करिश्मा की एंट्री को इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी चंद्रिका राय और उनकी बेटी ऐश्वर्या राय के हमलों का जवाब उनके ही परिवार से दिलवा सके।