- Home
- States
- Bihar
- कौन हैं पुष्पम प्रिया जो खुद को बता रही हैं CM पद की दावेदार? कोरोना के बीच कैसे होंगे बिहार में चुनाव
कौन हैं पुष्पम प्रिया जो खुद को बता रही हैं CM पद की दावेदार? कोरोना के बीच कैसे होंगे बिहार में चुनाव
- FB
- TW
- Linkdin
पुष्पम प्रिया चौधरी लंदन में रहती थी। वह जेडीयू नेता विनोद चौधरी की बेटी हैं। हालांकि एक टीवी चैनल से बातचीत में पुष्पम के पिता और जद(यु) नेता बिनोद चौधरी ने कहा कि पुष्पम बालिग लड़की है। अपने फैसले ले सकती है और उसने सोच समझकर ही फैसला लिया होगा। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही मंत्री रहूंगा।
पुष्पम प्रिया चौधरी लंदन में रहती थी। वह जेडीयू नेता विनोद चौधरी की बेटी हैं। हालांकि एक टीवी चैनल से बातचीत में पुष्पम के पिता और जद(यु) नेता बिनोद चौधरी ने कहा कि पुष्पम बालिग लड़की है। अपने फैसले ले सकती है और उसने सोच समझकर ही फैसला लिया होगा। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही मंत्री रहूंगा।
पुष्पम ने नई राजनीतिक पार्टी 'प्लूरल्स' बनाया है। वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगी और उनके साथ कौन-कौन से नेता शामिल है इसकी कोई जानकारी उनकी तरफ से नहीं दी गई है।
पुष्पम ने हाल ही में सभी अखबारों में विज्ञापन में दिया था, जिसके बाद राजनीति गलियारे में हलचल पैदा हो गई थी, विज्ञापन में लिखा है जो बिहार से प्यार करते हैं और राजनीति से नफरत, उनके लिए ये प्लेटफॉर्म सही है।
पुष्पम के ट्विटर डीटेल के अनुसार उन्होंने इंग्लैंड के द इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज विश्वविद्यालय से एमए इन डेवलपमेंट स्टडीज और लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलीटिकल साइंस से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए किया है।
दूसरी ओर केंद्रीय चुनाव आयोग ने यह निर्देश जारी कर दिया है कि किसी भी पोलिंग स्टेशन पर 1000 से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे। जब मतदान होगा तो केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश मसलन सोशल डिस्टेंसिंग सैनिटाइजेशन के साथ ही अन्य सावधानियों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।
केंद्रीय चुनाव आयोग ने यह निर्देश जारी कर दिया है कि किसी भी पोलिंग स्टेशन पर 1000 से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे। जब मतदान होगा तो केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश मसलन सोशल डिस्टेंसिंग सैनिटाइजेशन के साथ ही अन्य सावधानियों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।
अब 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और जो होम आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन में है ऐसे लोगों के द्वारा मतदान किया जा सके इसके लिए पोस्टल बैलट का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
अभी तक सिर्फ 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और चुनाव के दौरान जरूरी सेवा में लगे लोगों के लिए ही पोस्टल बैलट की सुविधा दी गई थी। लेकिन, कोरोना काल में अब 65 साल से उम्र से ज़्यादा और होम क्वारंटाइन में रह रहे के लोगों को भी पोस्टल बैलट इस्तेमाल करने की सुविधा दी जाएगी।
केंद्रीय चुनाव आयोग ने बिहार के चुनाव आयुक्त से कहा है कि वह राज्य की पार्टियों के साथ बैठक का चर्चा करें कि कोरोना के माहौल में चुनाव कैसे संपन्न कराया जा सकता है। इस बैठक के दौरान केंद्र चुनाव आयोग ने चुनाव को कैसे संपन्न कराना है उसको लेकर जो दिशा निर्देश जारी किए हैं उन पर भी चर्चा होगी।
बिहार की 243 सदस्य विधान सभा का कार्यकाल 29 नवंबर को पूरा हो रहा है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर के आखिरी हफ्तों में या नवंबर के शुरुआती हफ्तों में बिहार में चुनाव करवाए जा सकते हैं। लेकिन, जिस तरह से देश इस वक्त कोरोना काल से गुजर रहा है इससे बिहार चुनावों को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है।