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कभी इस वजह से तापसी पन्नू को मनहूस समझने लगे थे लोग, गलत तरीके से छूने वाले शख्स को यूं सिखाया था सबक
मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) समेत अनुराग कश्यप, विकास बहल और मंधु मंतेना के घर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बुधवार को छापेमारी की। इसी बीच, खबर ये भी है कि अब तापसी और अनुराग कश्यप के घर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) भी छापा डाल सकता है। बता दें कि साउथ फिल्म से लेकर बॉलीवुड तक का सफर तय करने वाली एक्ट्रेस तापसी पन्नू लोग कभी मनहूस (Bad luck) समझने लगे थे। इस बात का खुलासा खुद एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में किया था।
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तापसी पन्नू के मुताबिक, कॉलेज के दिनों में वो मॉडलिंग करके पॉकेट मनी जुटाती थीं। पढ़ाई के दौरान उन्होंने कैट का एग्जाम 88% से क्वालिफाई किया था। वो एमबीए करने की सोच ही रही थीं कि उन्हें फिल्म में काम करने का ऑफर मिल गया।
इसके बाद तापसी पन्नू ने तीन फिल्में कीं लेकिन तीनों की तीनों ही फ्लॉप रही थीं। मूवी के बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप होने की वजह से लोग उन्हें बैड लक कहने लगे थे। दरअसल, सभी का मानना था कि इन फिल्मों में बड़े एक्टर्स और डायरेक्टर थे लेकिन फिर भी मेरी वजह से वो नहीं चलीं।
तापसी ने इंटरव्यू में बताया था कि बैडलक का तमगा लगने के बाद उन्हें काम मिलना बंद हो गया था। एक बार तो एक प्रोड्यूसर ने उनका नाम फिल्म के लिए फाइनल कर लिया था लेकिन ऐन वक्त पर मुझे निकालकर किसी बड़ी एक्ट्रेस को ले लिया।
तापसी पन्नू के मुताबिक, एक्टर और एक्ट्रेस की फीस सेम रखने की बात तो बहुत दूर, मुझे तो कई बार बेसिक अमाउंट के लिए भी लोगों से लड़ना पड़ता था। बता दें कि तापसी ने 2010 में तेलुगु फिल्म 'झुम्माड़ी नादम' से करियर की शुरुआत की थी।
वैसे, भले ही तापसी पन्नू को कभी बैड लक कहा जाता था लेकिन वो कामयाबी के शिखर पर हैं। आज के दौर में तापसी पन्नू एक फिल्म के लिए करीब 6-8 करोड़ रुपए चार्ज करती हैं। तापसी पन्नू आखिरी बार 2020 में फिल्म 'थप्पड़' में नजर आई थीं।
फिल्म 'नाम शबाना' की रिलीज के वक्त एक इंटरव्यू में तापसी ने बताया था कि कुछ साल पहले वो दिल्ली में एक कीर्तन में गई थीं और भीड़ में सबके साथ बैठी थीं। तभी एक शख्स ने उन्हें पीछे से गलत इरादे से छूने की कोशिश की थी।
तापसी के मुताबिक, जब उन्हें यह महसूस हुआ तो उन्होंने उस शख्स को देखे बिना ही उसकी अंगुली पकड़कर मरोड़ दी, जिससे वह दर्द से बुरी तरह कराह उठा था। तापसी के मुताबिक वो खुद को रियल लाइफ में हीरोइन कम और 'हीरो' ज्यादा मानती हैं।
तापसी के मुताबिक, कॉलेज के दिनों में मैं अक्सर डीटीसी (दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) बस से ही कॉलेज जाती थी। मुझे अपनी पहली कार 19 साल की उम्र में मिली। ऐसे में मैंने दो साल तक डीटीसी की बस का इस्तेमाल किया। बस में मुझे लगभग रोज ही छेड़खानी का सामना करना पड़ता था।
तापसी ने बताया था कि कई बार लोग मुझे गलत तरीके से टच करते, मुझ पर जानबूझकर गिरते और खुद को मुझ पर रगड़ते थे। इतना ही नहीं, त्योहार के दिनों में जब हम भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाते थे तो लोग अक्सर यहां-वहां हाथ लगाते रहते थे।
तापसी का जन्म दिल्ली की एक मिडल क्लास पंजाबी फैमिली में हुआ है। उन्होंने दिल्ली के गुरु तेगबहादुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कम्प्यूटर सांइस इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन किया है। तापसी ने बॉलीवुड डेब्यू 2013 में आई फिल्म 'चश्मे बद्दूर' से किया। इसके बाद उन्होंने बेबी', 'नाम शबाना', पिंक, 'जुड़वा 2', 'सूरमा', मुल्क, मनमर्जियां, बदला, मिशन मंगल, सांड की आंख और थप्पड़ जैसी फिल्मों में काम किया है।