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जब तीनों खानों के एक साथ काम करने को लेकर ऋषि कपूर ने बताया था क्यों नहीं कर पाएंगे ये साथ काम
मुंबई. बॉलीवुड के फैंस की 90 के दशक से चाहत रही है कि वो परदे पर सलमान, शाहरुख और आमिर तीनों खानों को एक साथ काम करते देखें और थिएटर में बैठकर सीटियां बजाएं। कई बार तीनों खानों ने भी साथ काम करने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं, लेकिन कभी बजट, कहानी और बिजी शेड्यूल का हवाला देकर काम नहीं कर पाते हैं। ऐसे में एक बार ऋषि कपूर ने इनके साथ काम करने को लेकर कहा था कि ये लोग चाहकर भी साथ काम नहीं कर सकते हैं। आइए जानते हैं...
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ऋषि कपूर ने अपनी किताब 'खुल्लम खुल्ला' में इस बारे में जिक्र किया है। वो कहते हैं कि 'एक दौर था जब उनके और अमिताभ बच्चन के बीच टेंशन रहती थी। किसी ने भी इस बारे में कभी बात नहीं की थी, लेकिन एक्टर का मानना था कि कुछ तो था। किस्मत से अमर अकबर एंथनी के बाद वो दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे और ये बात कहीं गायब हो गई। वो उस समय पर्दे पर एंग्री यंग मैन थे।'
ऋषि कपूर आगे लिखते हैं कि 'अमिताभ बच्चन यकीनन उस समय के सुपरस्टार थे। वो पर्दे पर एंग्री यंग मैन थे। ऐक्शन हीरो। सिनेमा जगत में हमेशा से ही ऐक्शन हीरो की पूछ रही है। ये वो दौर था, जब राइटर-डायरेक्टर अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट भी अमिताभ और उनके ऐक्शन अवतार को ध्यान में रखकर लिखते थे। ये एक ऐसा एडवांटेज था, जो बिग बी को मिलता था। मूवी में उनके साथ काम करने का मतलब था कि साथी कलाकारों के रोल उनसे कमतर नहीं होंगे।'
ऋषि कहना था कि 'सभी एक्टर्स उस वक्त अमिताभ होने पर यही मानते थे कि जो बचा हुआ है वो उन्हें मिले। ये बात अमिताभ ने कभी नहीं मानी ने किसी किताब में, ना किसी इंटरव्यू में। उन्होंने कभी अपने साथी कलाकारों को क्रेडिट नहीं दिया। उन्होंने हमेशा राइटर-डायरेक्टर्स को क्रेडिट दिया। फिर चाहे वो सलीन-जावेद हों या मनमोहन देसाई।'
किताब में ऋषि कपूर कहते हैं कि 'अमिताभ की सफलता में उनके को-एक्टर्स का बड़ा हाथ रहा है। फिर चाहे व ऋषि कपूर हों। विनोद खन्ना हो या शत्रुघ्न सिन्हा या धर्मेंद्र। सच यही था कि एक्टर्स तब सेकेंडरी रोल करने में भी गुरेज नहीं करते थे। तब इन बातों को एक्टर्स बड़े सहज तरीके से लेते थे। कोई खुद को कमतर नहीं समझता था।'
ऋषि लिखते हैं कि, 'ऐसा नहीं था कि कोई खराब एक्टर था और दूसरा अच्छा। बात बस यह थी कि टेढ़ा सिक्का चल रहा था। लेकिन, यह आज संभव नहीं है। कोई खान आज एक-दूसरे के साथ काम नहीं करता। कोई भी दूसरा एक्टर, किसी तीसरे सुपरस्टार के साथ काम करने को तैयार नहीं होता है।'
'खुल्लम खुल्ला' में ऋषि कपूर बड़ी ही बेबाकी से लिखते हैं कि, 'यदि आज शाहरुख खान इंडस्ट्री पर राज कर रहे हैं तो सलमान खान या आमिर खान उनके साथ सेकेंडरी रोल में काम नहीं करना चाहेंगे। विनोद खन्ना ने 'खून पसीना' में गजब का काम किया। शत्रुघ्न सिन्हा ने 'काला पत्थर' में मजमा लूट लिया। शशि अंकल ने 'कभी कभी' में जबरदस्त काम किया। सभी सेकेंडरी रोल में थे, लेकिन सभी ने साथ में काम किया।'