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मंदी में सभी ने काटी सैलरी छीनी नौकरियां, पर इस संस्थान ने कर्मचारियों को दिया गिफ्ट, इतनी बढ़ाई तनख्वाह
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जुलाई महीने से लागू होगी बढ़ोत्तरी
बैंक के सूत्रों का कहना है कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान कर्मचारियों ने परेशानी के बावजूद जिस तरह अपनी सेवा दी है, उसे देखते हुए बैंक के प्रबंधन ने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने का फैसला किया। सैलरी में यह बढ़ोत्तरी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए है। यह जुलाई से लागू की जाएगी।
ज्यादातर हैं फ्रंटलाइन स्टाफ
जिनकी सैलरी बढ़ाई गई है, उनमें से ज्यादातर कर्मचारी एम1 और एम2 ग्रेड के हैं। ये फ्रंटलाइन स्टाफ हैं, जो कस्टमर के सीधे संपर्क में आते हैं। बैंक के रोजमर्रा के कामों में इनकी बड़ी भूमिका होती है। ये यह सुनिश्चित करते हैं कि ब्रांचों और बैंक के दूसरे सभी महत्वपूर्ण काम ठीक से हो सकें।
संकट के दौर में बढ़ाई सैलरी
कोरोना संकट के दौरान हर तरह के कारोबार पर काफी खराब असर पड़ा है और हर तरफ मंदी छाई हुई है। ऐसे में, ज्यादातर कंपनियां अपनी लागत कम करने के लिए कर्मचारियों को हटाने के साथ ही उनकी सैलरी भी घटा रही हैं। ऐसे समय में आईसीआईसीआई बैंक ने अपने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ा कर एक नजीर पेश किया है।
बढ़ा बैंक का लाभ
कोरोना महामारी के कारण मार्च के अंत से पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया। इससे आर्थिक गतिविधियों पर बुरा असर पड़ा। छोटे-बड़े व्यवसाय करीब-करीब ठप पड़ गए। लेकिन मार्च तिमाही के दौरान आईसीआईसीआई बैंक का शुद्ध लाभ 26 फीसदी बढ़ कर 1,221 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
उत्साहित हैं कर्मचारी
कोरोना संकट के दौर में सैलरी बढ़ाए जाने से बैंक के कर्मचारी काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि ईमानदारी और मेहनत से काम करने की वजह से उन्हें यह तोहफा मिला है। वहीं, बैंक प्रबंधन का भी मानना है कि सैलरी बढ़ाए जाने से कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है और इससे फायदा होता है।