- Home
- Career
- Education
- 14 महीने में इस बच्चे ने किया हैरान करने वाला कारनामा, मेमोरी पावर ऐसी की लोग कहते हैं गूगल बॉय
14 महीने में इस बच्चे ने किया हैरान करने वाला कारनामा, मेमोरी पावर ऐसी की लोग कहते हैं गूगल बॉय
करियर डेस्क. कहते हैं कुछ चीजें कुदरती होती हैं। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में रहने वाले यशस्वी मिश्रा (yashasvi mishra) को देखकर आप भी यही कहेंगे। इस लड़के की बुद्धि ऐसी है कि इसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे। 14 महीने की यशस्वी मिश्रा की बुद्धि ऐसी है कि जो चीजें उसे एक बार बता दी जाएं तो हमेशा के लिए याद हो जाती हैं। इस बच्चे को दिमाग गूगल की तरह है। यशस्वी ने लंदन की वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा दिया है। यशस्वी मिश्रा ने दो महीने पहले आयोजित लंदन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड (london world book of record ) में जो कारनामा हैरान कर देना वाला था। इंटरव्यू में यशस्वी 26 देशों के झंडे पहचान लिए और उनकी राजधानी भी बताई। आइए जानते हैं यशस्वी के बारे में।
- FB
- TW
- Linkdin
यशस्वी के पिता संजय मिश्रा ने बताया कि उसकी मेमोरी पावर बहुत तेज है। एक बार उसे कोई चीज बता दिया जाए तो उसे याद रहती है उससे जब दोबारा इस चीज के बारे में पूछो तो वह फटाक से जवाब दे देता है। शस्वी के पिता ने बताया कि उन्होंने उसे कुछ समय पहले उसे झंडे के बारे में जानकारी दी थी। जिसके बाद उसने दोबारा तुरंत उसका जवाब दिया। जिसके बाद पिता को एहसास हुआ कि इसकी मेमोरी पावर बहुत तेज है।
दादा हैं टीचर
यशस्वी के दादा अवनीश मिश्रा दुआरी हायर सेंकेडरी स्कूल में टीचर हैं। जबकि उनके पिता का खुद का बिजनेस है। बेटे की प्रतिभा देखकर उसके पैरेंट्स अपने बच्चे को आगे और अधिक जानकारी लेने के लिए प्रेरित करते हैं। यशस्वी के पेरेंट्स ने बताया कि वह अब उसके 18 महीने के होने का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही वो 18 महीने का होगा वो उसे दुनिया के सभी देशों के नाम औऱ राजधानी बतानी होगी।
गूगल बॉय के रूप में बनी पहचान
यशस्वी की पहचान अब पूरे विंध्य क्षेत्र में गूगल बॉय के रूप में हो रही है। उनके पिता ने बताया कि यशस्वी करीब सात महीने तक कुछ भी नहीं बोल पता था लेकिन उसे कोई बता बता दी जाए तो वो उसे याद कर लेता था। उसे किसी भी फोटोग्राफ के बारे में जानकारी दी जाए तो वह उसे पूरी तरह से याद कर लेता है।
कुछ महीने में पहचाने लगा सभी झंड़े
पैरेंट्स ने जब उसे अलग-अलग देशों के झंडे दिखाए तो वहीं ही समय बाद वह सभी देशों के झंडे अच्छे से पहचाने लगा। दो महीने पहले जब एक ऑनलाइन इंटरव्यू आयोजित किया गया। उसने सभी देशों के झंडे को पहचान लिया जिसके बाद उसे वर्ल्ड रिकार्ड का सर्टिफिकेट दिया गया।
अब 194 देशों का झंडा पहचानता है
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराने वाले यशस्वी मिश्रा अब 194 देशों के झंड़ों को पहचान लेता है। अब वो 16 महीने का हो गया है। उसके पिता और पैरेंट्स उसे अगले वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए तैयार कर रहे हैं। 14 महीने में वह 60 देशों के झंडे पहचानता था लेकिन 16 महीने में 194 देशों के झंडे पहचान लेता था।