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भारत का सबसे अमीर ऑफिसर होता है एक IFS, लाखों की सैलरी/भत्ते समेत मिलती है विदेशों में घूमने की सुविधा
करियर डेस्क. दोस्तों, आपने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के बारे में खूब सुना होगा लेकिन क्या आपने भारतीय विदेश सेवा (IFS) के बारे में सुना है। ये भी भारत की सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सेवाओं में से एक है। IFS केंद्रीय सिविल सेवा समूह A के तहत प्रशासनिक राजनयिक सिविल सेवा है। इसके लिए भी UPSC सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से भर्ती की जाती है। इसलिए आज हम आपको बताने वाले हैं कि आईएफएस (IFS) क्या है (What is IFS in Hindi) आईएफएस ऑफिसर कैसे बने पूरी जानकारी (How To Become a IFS Officer in Hindi) एग्जाम पैटर्न से लेकर ऑफिसर की सैलरी की पूरी डिटेल्स इस आर्टिकल में मिलेगी-
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दोस्तों हर देश का विदेश में एक दूतावास होता है और उस दूतावास में उस देश के नागरिक काम करते हैं जो कि अपने देश और दूसरे देश के बीच में अच्छे संबंध बनाए रखने में काम करती हैं। इस विभाग में काम करना बहुत ही अच्छा होता है इसमें आपको सम्मान के साथ-साथ दूसरे देशों में घूमने का भी मौका मिलता है और दूसरे देश की संस्कृति को समझने का भी मौका मिलता है।
आज बहुत सारे युवा इस विभाग में नौकरी पाने के लिए तैयारी कर रहे हैं इस विभाग में नौकरी पाना इतना आसान नहीं है। इस बार भी नौकरी पाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और इसकी तैयारी करनी होगी।
आईएफएस IFS full form (Indian Foreign Service)
दोस्तों, हमारे देश के विदेश मंत्रालय के कामों को संभालने के लिए एक विभाग बनाया गया है जिसे हम लोग भारतीय विदेश सेवा के नाम से जानते हैं और इस विभाग में काम करने वाले लोगों को IFS officer कहते हैं। Indian foreign service केंद्र सरकार के तहत आती है इसके नियुक्ति की पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है।
IFS के जरिए ही आपको विदेश मंत्रालय में तथा दूसरे देश में हमारे देश के दूतावास में नौकरी मिलती है। IFS अधिकारी बनने के लिए किसी को भी सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। जिन्हें विदेश सेवा में स्वीकार किया जाता है, वे IFS में पुष्टि किए जाने से पहले तीन साल तक प्रशिक्षण लेते हैं।
अभ्यर्थियों को पहले लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (मसूरी) और फिर विदेश सेवा संस्थान (दिल्ली) में प्रशिक्षित किया जाता है।
भारतीय एम्बेसी, उच्च आयोगों में तैनात होते हैं IFS अधिकारी
IFS अधिकारी दुनिया भर में भारतीय एम्बेसी और उच्च आयोगों और भारत में विदेश मंत्रालय के कार्यालयों में तैनात हैं। वे संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संगठनों को अपने एम्बेसी/उच्च आयोगों/ कांसुलेट और स्थायी मिशनों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। अन्य कार्यों में भारत के हितों की रक्षा करना, मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना, जिस देश में वे तैनात हैं उसके विकास की रिपोर्टिंग करना, समझौतों पर बातचीत करना और सम्मानजनक सुविधाओं का विस्तार करना शामिल है।
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
अगर हमारे देश किसी देश के साथ कोई भी जमीन का मामला हो या कोई व्यापारिक मामला हो और किसी तरह का मामला हो इनकी जांच और इन को ठीक करने की जिम्मेदारी भी IFS officer की होती है।
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
आईएफएस ऑफिसर बनने की योगयता (Eligibility for IFS Officer)
IFS Officer बहुत ही जिम्मेदारी वाला पद होता है और इस विभाग में नौकरी करने के लिए कुछ योग्यताओं का मापदंड रखा गया है। दोस्तों अब हम लोग Indian Foreign Service eligibility के बारे में जानेंगे। इसके लिए भारतीय नागरिक होना बहुत जरूरी है। IFS officer के लिए आपको किसी भी विषय से किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी और कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पास करनी होती है।
उम्र सिमा (AGE LIMIT)
Indian Foreign Service की परीक्षा के लिए आपकी उम्र कम से कम 21 साल और अधिक से अधिक 32 साल होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए इस आयु सीमा में सरकार के द्वारा कुछ छूट दी गई है।
आईएफएस ऑफिसर कैसे बने (How To Become a IFS Officer in Hindi)
Indian Foreign Service में नौकरी कैसे पाएं यह सबसे बड़ा सवाल होता है। दोस्तों भारतीय विदेश सेवा में नौकरी पाने के लिए आपको सबसे पहले इसके सारे मापदंडों को पूरा करना होता है उसके बाद आपको इसके परीक्षा देनी होती है जो विद्यार्थी इस परीक्षा में सफल होते हैं उन्हें ही भारतीय विदेश सेवा में नौकरी प्राप्त होती है। आपको किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी विषय में बहुत अच्छे अंकों के साथ अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी है। अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के साथ-साथ आपको इसके परीक्षा की तैयारी करने की जरूरत होती है।
अपनी ग्रेजुएशन के बाद आपको IFS EXAM के लिए apply करें। इस एग्जाम के लिए अप्लाई करने के बाद आपको इसकी तैयारी बहुत अच्छे से करनी होती है यह परीक्षा UPSC द्वारा आयोजित कराई जाती है। IFSC exam form के लिए आपको UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट में जाना होता है वहां जाकर इस परीक्षा के फॉर्म को भरना होता है हर साल यह परीक्षा यूपीएससी द्वारा आयोजित कराई जाती है। यह परीक्षा हर साल फरवरी या मार्च के महीने में आयोजित होती है।
आईएफएस की एग्जाम पैटर्न (IFS Exam Pattern)
अब हम लोग IFS exam pattern के बारे में जानेंगे। दोस्तों यह परीक्षा तीन चरणों में होती है पहले दो चरण के परीक्षा में आपकी लिखित परीक्षा होती है और जबकि तीसरे चरण की परीक्षा में इंटरव्यू होता है। पहले चरण के परीक्षा को प्रारंभिक परीक्षा कहते हैं जबकि दूसरे चरण के परीक्षा को मुख्य परीक्षा तथा आखिर चरण की परीक्षा में आपका इंटरव्यू होता है।
आईएफएस ऑफिसर की सैलरी (IFS Officer Salary)
दोस्तों IFS OFFICER की सैलरी ₹15,600 से लेकर ₹40, 000 तक होती है। उन्हें हर माह ग्रेड पे के तौर पर ₹5400 भी मिलते हैं। जो आई एफ एस ऑफिसर विदेश में posted हैं उनकी सैलरी इन से कुछ अलग होती है। और इनको सैलरी के अलावा और बहुत सारी सुविधाएं भी प्राप्त होती हैं साथ ही साथ इन्हें समाज में बहुत सम्मान भी मिलता है। IFS का वेतन प्रोमोशन और बढ़ोत्तरी के बाद 80 हजार से 2 लाख तक पहुंच सकता है।
मिलते हैं ये भत्ते और सुविधाएं
IFS अधिकारियों के भत्तों की बात करें, तो वे कई भत्तों और सुविधाएं लेते हैं। जिसमें रहने के लिए सस्ते दर पर 2 या 3 BHK आवास, फर्नीचर, आने जाने के लिए एक कार, आधिकारिक वाहन, घरेलू सहायक जैसे रसोइयां, धोबी, ड्राइवर और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं।
एक IFS अधिकारी को भी मुफ्त बिजली 5,0000 यूनिट तक, मुफ्त पानी और मुफ्त टेलीफोन की सुविधा प्रदान की जाती है। अन्य भत्तों में मेडिकल ट्रीटमेंट खर्चा, विदेश में अध्ययन के विकल्प, सेवानिवृत्ति के लाभ और पेंशन शामिल हैं।
हवाई यात्रा की सुविधा
IFS ऑफिसर को हवाई यात्रा की सुविधा भी मिलती है। जहां अन्य अफसरों के पास हवाई यात्रा के 34 एयर टिकिट होते हैं वहीं IFS के पास कोई गिनती नहीं होती। ये कभी भी किसी भी देश-जा सकते हैं। ये अधिकारी अपना आधा जीवन विदेशों में बिताते हैं, जिसमें वह किसी एक देश में 3 साल से अधिक नहीं रुक सकते हैं।