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Success Story: मात्र 10 महीने में कर ली UPSC की ताबड़तोड़ तैयारी, पहली बार में IAS बन गईं ये महिला
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आईएएस पद के लिए चुने जाने से पहले निधि एमबीबीएस और एमएस की डिग्री ले चुकी हैं। यही नहीं मेडिकल साइंस में इतनी पढ़ाई के बाद निधि ने कुछ समय तक काम भी किया। इसी दौरान निधि को किसी ऐसे क्षेत्र में जाने का ख्याल आया जहां से जरूरतमंद लोगों की ज्यादा सेवा की जा सके।
दरअसल मेडिकल की डिग्री के बाद जब निधि जॉब कर रही थी तो ऐसे बहुत से जरूरतमंद लोगों के संपर्क में आईं जिन्हें बहुत से क्षेत्रों में मदद की जरूरत थी और निधि केवल एक डॉक्टर के ही तौर पर उनकी सहायता कर पा रही थी। ऐसे में निधि को लगा कि कोई और क्षेत्र ज्वॉइन करना चाहिए जिससे इनकी और मदद की जा सके।
उन्होंने सिविल सेवा के बारे में सुना। इस परीक्षा को देश के सबसे मुश्किल और प्रतिष्ठित परीक्षा कहा जाता है इसलिए इसे क्लियर करने की ठान ली। लेकिन निधि ने खुद से शर्त रखी कि वो पहली बार में इसे पास करेंगी।
निधि यूपीएससी परीक्षा की तैयारियों में जुट गईं। उनकी तैयारियों की खास बात यह थी कि उन्होंने एग्जाम क्रैक करने में बहुत समय नहीं लगाया और पहले ही प्रयास में केवल नौ से दस महीने की तैयारी में परीक्षा पास कर ली। निधि ने यह कमाल कैसे किया लोग दंग सोचकर रह जाते हैं। लेकिन ये हो सकता है UPSC आपसे डेडिकेशन के साथ स्मार्ट स्ट्रेटजी भी मांगता है। इसलिए निधि ने उसी हिसाब से तैयारी की।
कंटेंट पर दिया सबसे अधिक ध्यान –
निधि अपनी तैयारियों के विषय में बात करते हुए कहती हैं कि चूंकि उनके पास समय कम था और उन्होंने पहले ही प्रयास में परीक्षा पास करने का टारगेट रखा था इसलिए परीक्षा से जुड़ी किसी भी चीज को सीमित समय के लिए ही प्रैक्टिस किया। दरअसल जब निधि ने इस एग्जाम को देने की योजना बनाई उस समय उनके पास केवल दो अटेम्प्ट बचे थे, जिसमें भी निधि पहले प्रयास को ही आखिरी बना देना चाहती थी और ऐसा ही हुआ।
इस वजह से चाहे नोट्स बनाने हों या आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करनी हो, निधि ने बहुत समय किसी पर भी खर्च नहीं किया। उन्होंने अपने टारगेट सेट किए थे जिन्हें वे समय के अंदर खत्म करके ही दम लेती थी।
निधि का अनुभव –
निधि परीक्षा के बारे में अपना अनुभव शेयर करते हुए कहती हैं कि उत्तर लिखते समय उन्हें प्रभावशाली बनाने की पूरी कोशिश करें और जो भी एक अच्छे आंसर के एलिमेंट्स माने जाते हैं, वे सब अपने उत्तर में डालें, तभी आपको बढ़िया अंक मिलेंगे। (Demo Pic)
इसी प्रकार आंसर राइंटिंग प्रैक्टिस सीमित करें पर इस बात का ध्यान रखें कि पेपर समय के अंदर पूरा करने की क्षमता विकसित कर लें। मुख्य परीक्षा वाले दिन अगर प्रश्न छोड़कर आएंगे तो सेलेक्शन मुश्किल होगा या रैंक अच्छी नहीं आएगी। इसलिए दिए गए समय के अंदर पेपर जरूर पूरा करें। इसके लिए खूब मॉक दें। इससे आपको अपनी कमी पता चल जाएगी।
अगली जरूरी बात निधि मोटिवेशन को लेकर कहती हैं, वे कहती हैं जब इस परीक्षा की तैयारी का मन बनाते हैं तो राह में बहुत कठिनाइयां आती हैं लेकिन उन कठिनाइयों से पार वही पाता है जो हिम्मत नहीं हारता और जिसके अंदर इस फील्ड में आने का तगड़ा मोटिवेशन होता है। इसलिए लक्ष्य को साफ रखने के साथ ही पाक भी रखें, सफल जरूर होंगे।