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Delhi Police में पापा हेड कांस्टेबल- मम्मी ASI, ऐसे हुई UPSC में 8वीं रैंक हासिल करने वाली इशिता राठी की पढ़ाई
करियर डेस्क। संघ लोक सेवा आयोग यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC Civil Service) परीक्षा में 2021 में इशिता राठी को 8वीं रैंक मिली थी। हालांकि, यह उनका पहला नहीं बल्कि, तीसरा प्रयास था। इशिता का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का रहने वाला है, मगर उनके मम्मी-पापा दिल्ली पुलिस में थे, ऐसे में उनका रहना, पढ़ना-लिखना सब कुछ दिल्ली में हुआ और आगे पढ़ाई दूसरे राज्यों और विदेश में। आइए तस्वीरों के जरिए जानते हैं इशिता की पढ़ाई और यूपीएससी से जुड़ी उनकी तैयारी के बारे में।
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इशिता राठी ने 2021 में 8वीं रैंक हासिल की थी, वो भी तीसरे प्रयास में। पहले प्रयास में वो प्री-लिम्स पास नहीं कर पाई और दूसरे में इंटरव्यू में आकर बाहर हो गईं।
इशिता की मम्मी दिल्ली पुलिस में एएसआई हैं और पापा हेड कांस्टेबल। परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का रहने वाला है, मगर नौकरी के सिलसिले में दिल्ली में ही बस गया।
ऐसे में इशिता की शुरुआती पढ़ाई यानी स्कूली शिक्षा दिल्ली से हुई। इसके बाद ग्रेजुएशन डिग्री भी दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से ली।
आगे की पढ़ाई यानी इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री उन्होंने मद्रास स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पूरी की। यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए फिर दिल्ली आ गईं।
पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद इशिता राठी ने 2019 में यूपीएससी-सिविल सर्विस परीक्षा दी। यह उनका पहला प्रयास था। मगर प्रारंभिक परीक्षा में ही बाहर हो गईं।
इशिता के मुताबिक, अगर आपको इस परीक्षा को पास करना है तो सिलेबस को पढ़ना बेहद जरूरी है। अगर कहें कि सिलेबस इस एग्जाम की आत्मा है, तो गलत नहीं होगा।
इशिता का कहना है कि अगर सिलेबस के बारे में अच्छी तरह से समझ लिया तो किताबें पढ़ना आसान हो जाएगा और फिर आपकी तैयारी सही दिशा में जाएगी।
इशिता राठी की मानें तो बिना तय रणनीति के आप अपने टारगेट को पूरा नहीं कर सकते। ऐसे में परीक्षा पास करनी है तो फुल प्रुफ स्ट्रेटजी बनाएं और उसे फॉलो करें।
उन्होंने यूट्यूब से अब तक पास हुए कुछ यूपीएससी टॉपर्स के बारे में जाना और समझा। साथ ही, उनकी तैयारियों का जायजा लिया और उसके मुताबिक अपनी रणनीति बनाई।
इशिता ने इसी स्ट्रेटजी को फॉलो किया और बिना कोचिंग क्लास किए भले ही तीसरे अटेंप्ट में सही, मगर 8वीं रैंक के साथ सफलता हासिल कर ही ली।