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Role Model: मां ICU में, पत्नी कोरोना संक्रमित फिर भी ड्यूटी का फर्ज निभा रहा ये IAS अधिकारी
करियर डेस्क. कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर (Second wave) देश में तेजी से फैल रही है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कुछ लोग ऐसे हैं जो अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना मरीजों की जान बचाने में लगे हुए हैं। इनमें से कुछ डॉक्टर हैं, कुछ प्रशासनिक अधिकारी तो कुछ फ्रंटलाइन वर्कर। रोल मॉडल में हम आपको ऐसे ही एक आईएएस अधिकारी (IAS) के बारे में बता रहे हैं जो मुश्किल घड़ी में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। इस अधिकारी का नाम है अर्पित वर्मा।
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अर्पित वर्मा मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में अपर कलेक्टर हैं। कोरोना के संकट में उनके पास जिले के मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं को मजबूत करने की जिम्मेदारी है। उनकी मां कोरोना संक्रमित हैं और मेडिकल कॉलेज के आइसीयू वार्ड में भर्ती हैं। अर्पित वर्मा की पत्नी भी कोरोना संक्रमित हैं। अर्पित के अनुसार, उनकी मां की हालत स्थिर बनी हुई है। उनके फेफड़ों में 40 फीसदी से ज्यादा संक्रमण हैं। ऐसे में अर्पित वर्मा जिले में कोरोना संकट के प्रभाव को कम करने और अस्पतालों में बेहतर प्रबंध के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज में भर्ती हर मरीज मेरा रिश्तेदार
अर्पित का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती हर मरीज मेरी मां, भाई और बहन जैसा है। मेरी पूरी कोशिश है कि सभी मरीजों को अच्छे से अच्छा इलाज मिले। अर्पित का ज्यादा से ज्यादा वक्त मेडिकल कॉलेज में वयवस्थाओं को मजबूत करने में जाता है।
परिवार से दूर
अर्पित का परिवार जहां कोरोना संक्रमित है वहीं, इस संकट के दौर में अर्पित अपने परिवार से दूर मेडिकल कॉलेज में सुविधाएं बेहतर करने में जुटे हुए हैं। अर्पित बताते हैं कि संक्रमण से लड़ रही उनकी मां भी उनकी हिम्मत बनाती हैं और कहती हैं कि संबंधों से फर्ज हमेशा बड़ा ही होता है।
एक सप्ताह पहले मिली है जिम्मेदारी
अर्पित वर्मा को एक सप्ताह पहले मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई थी तब से अर्पित मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं को ठीक करने में जुटे हुए हैं।
IIM से किया मैनेजमेंट
अर्पित वर्मा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके साथ ही आइआइएम से उन्होंने मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। निजी कंपनी में वो लाखों की सैलरी में जबव करते थे लेकिन उन्होंने इसे छोड़कर IAS की तैयारी की और आज शहडो जिले में अपर कलेक्टर की पद पर पदस्थ हैं।